लखनऊ: अज्ञानी व मुढ़ व्यक्ति भी भगवान की कथा सुन सुधर जाता है ,उक्त उदगार कुटी बीर बाबा मे चल रही राम कथा के तीसरे दिन बनारस से आए मानस लहरी जी ने कही। असोहा क्षेत्र कुटी बीर बाबा मे चल रही रामकथा के तीसरे दिन बनारस से आए मानस लहरी ने श्रोताओं को संबोधित करते हुए कहा कि मनुष्य को कर्म करते रहना चाहिए ,फल की चिंता नहीं करनी चाहिए क्योंकि वो मनुष्य के बस में नहीं है , रामचरित मानस के प्रसंग को सुनाते हुए कहा कि राजा दसरथ मृत्यु की ओर अग्रसर थे ,भरत जी करुण क्रंदन कर रहे थे तो गुरु वशिष्ठ ने उन्हें समझाते हुए कहा कि हानि , लाभ , जीवन , मरण , कीर्ति , सम्मान , अपमान , अपयश ये सब इश्वर के हांथ में है इसमें किसी का जोर नहीं है ।

उन्होंने ने कहा बिना सत संग के मनुष्य के ज्ञान नहीं उपजता और वो भी भगवन की कृपा के बिना सफलता को भी नहीं प्राप्त करता , इस लिए मनुष्य को जितना हो सके सत कर्मो को करना चाहिए ,करते रहना चाहिए क्यो की यही सत क्रम युग युगांतर , वर्ष वरशानतर , कलि कलांतर तक जाएगा। भगवान की प्राप्ति का सबसे सरल उपाय इश्वर मे रम जाना है । कथा के तीसरे दिन पूर्व चेयर मै न पुरवा योगेंद्र दुवेदी , बैलोरा प्रधान उमेश साहू , हरिनाम खेड़ा प्रधान भगवान लोधी , असोहा प्रधान देशराज रावत आदि को अंग वस्त्र व प्रतीक चिन्ह देकर आयोजक संजय शुक्ल ने सम्मानित किया । कथा के दौरान , सुनील पाण्डेय , चंद्र प्रकाश सोनी , शुशील शुक्ल , त्रिभुवन त्रिपाठी , प्रेम जयसवाल , शैलेंद्र निर्मल , मोनू यादव , सिवा अवस्थी सहित सैकड़ों छेत्र वासी उपस्थित रहे।

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