लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी संगठन और सरकार दोनों ही उत्साहित हैं। आजमगढ़ और रामपुर में मिली जीत ने बीजेपी के अंदर ये विश्वास जगा दिया है कि यदि कारगर रणनीति बनी तो बीजेपी पिछले लोकसभा चुनाव में हारी हुई उन 14 सीटों पर भी अगले आम चुनाव में कब्जा कर सकती है। इस रणनीति को अंजाम देने के लिए संगठन ने अभी से नेताओं और मंत्रियों को टास्क पकड़ा दिया है। चार केंद्रीय नेताओं को 14 सीटों की जिम्मेदारी दी गई है। इन सभी लोकसभा सीटों को चारों मत्रियों के बीच बांटा जाएगा और उनको इन जिलों में प्रवास कर बीजेपी की रणनीति के तहत काम करना होगा। वहीं बीजेपी के सूत्रों की माने तो अमेठी-आजमगढ़ और रामपुर जैसे किले ध्वस्त करने के बाद पार्टी ने अगला टारगेट मैनपुरी और रायबरेली को बनाया है।
2024 से पहले ही संगठन ने मंत्रियों को पकड़ाया टास्क
उत्तर प्रदेश में लोकसभा उपचुनाव में जीत हासिल करने के बाद अब बीजेपी ने अपनी निगाहें अगले आम चुनाव पर टिका दी हैं। बीजेपी ने पिछले आम चुनाव में हारी 14 सीटों पर रणनीति बनाने की कवायद शुरू कर दी है। इन जिलों को चार भागों में बांटकर चार मंत्रियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसमें केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव, बीजेपी की सह प्रभारी अन्नपूर्णा देवी शामिल हैं। इन नेताओं को जो जिले मिलेंगे उसमें इनको प्रवास करना होगा और उसकी रिपोर्ट संगठन को देनी होगी। हर बूथ को मजबूत करने के लिए पन्ना प्रमुखों को अभी से सक्रिय होने के लिए कहा गया है।