लखनऊ: योगी सरकार ने मदरसों के सर्वे करने का निर्णय लिया जिसके बाद इस निर्णय पर कई लोगो ने विवाद भी छेड़ा था। कई लोगो ने इस फैसले को योगी की मनमानी बताई। तो किसी ने इसे मुस्लिमो को हटाने की साजिश कहा था। वही अब जमीयत उलमा -ए -हिन्द के प्रदेश अध्यक्ष मौलाना अशहद रशीदी ने कहा कि मदरसों की स्थापना हमारा संवैधानिक अधिकार है। इसे सुरक्षित रखने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।
जानकारी के मुताबिक सुन्नी इंटर कालेज में जमीयत की ओर से आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुये मौलाना रशीदी ने कहा मुसलमानो को निराश होने की कोई जरुरत नहीं है हमें अपने इतिहास से सबक लेना चाहिए। किनती ही ऐसी ताकते आई और चली गयी। इसीलिए अल्लाह पर भरोसा रखे कुरान की हिफाजत अल्लाह ने अपने जिम्मे ली है और कुरान की शिक्षा देने वाले संस्थानों की हिफाजत अल्लाह पाक खुद करेंगे। आगे उन्होंने कहा की उन्होंने कहा कि हमारा देश एक लोकतांत्रिक देश है. जिसमें सभी लोगों को अपना धर्म मानने और प्रचार करने का पूरा अधिकार है।
सरकार जो योजनाएं बनाती है उसे जरूरतमंद लोगो तक पहुंचाने के लिए मुफ्ती अशफाक अहमद आजमी की अगुवाई में हाजी मुहम्मद फसीह सिददीकी और मुफ्ती अबरार अहमद की तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। इस कामेटी में शिक्षा की उचित व्यवस्था, जागरूकता और आधुनिक शिक्षा। आदि मदरसों की संपत्ति, लेखा दस्तावेजों को ठीक कराने, वक्फ बोर्ड और सोसाइटी में पंजीकरण के साथ धार्मिक शिक्षा और आधुनिक शिक्षा देने आदि में
मदद करेगी।