मनोरंजन : विवेक अग्निहोत्री अपनी फिल्म के अलावा अपने तीखे बयानों के लिए भी जाने जाते हैं। इन दिनों वह भीमा-कोरेगांव हिंसा मामले में नजरबंद सामाजिक कार्यकर्ता गौतम नवलखा को रिहा करने से संबंधित तत्कालीन न्यायमूर्ति व वर्तमान ओडिशा मुख्य न्यायाधीश एस मुरलीधर पर टिप्पणी करने को लेकर चर्चा में हैं। फिल्म निर्देशक ने इस मामले में न्यायाधीश एस मुरलीधर के आदेश के बाद उनपर पक्षपात करने का आरोप लगाया था। इस मामले में विवेक अग्निहोत्री ने दिल्ली हाईकोर्ट के सामने पेश होकर बिना शर्त माफी मांग ली है। विवेक ने कहा कि वो न्यायपालिका का बहुत सम्मान करते हैं।
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दरअसल दिल्ली हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस रहे एस मुरलीधर ने भीमा कोरेगांव केस में मुख्य आरोपी गौतम नवलखा को जमानत दे दी थी। इसी के विरोध में विवेक ने कुछ ट्वीट्स किए थे। हालांकि, कोर्ट की अवमानना होने पर उन्होंने उन ट्वीट्स को डिलीट कर दिया था। इसके बाद भी कोर्ट ने उन्हें 16 मार्च 2023 को पेश होने का आदेश दिया था। 16 मार्च को हुई सुनवाई में विवेक अग्निहोत्री कोर्ट नहीं पहुंचे थे। कोर्ट ने इसके बाद उन्हें 10 अप्रैल को पेश होने का आदेश दिया। जिसके बाद आज विवेक अग्निहोत्री ने दिल्ली हाईकोर्ट के सामने पेश होकर बिना शर्त माफी मांग ली है। हाईकोर्ट ने विवेक अग्निहोत्री की माफी को स्वीकार करते हुए उनके खिलाफ शुरू की गई अवमानना की कार्रवाई बंद कर दी। इसके अलावा कोर्ट ने उन्हें भविष्य में ऐसा न करने की चेतावनी दी।