लखनऊ : यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ में यूपी में विकास कार्य में तेजी लाने के लिए बड़ा फैसला लिया हैं। इसके साथ ही अब निकाय की सरकार के अच्छा कार्य करने पर उसे करोडो की राशि से सम्मानित किया जाएगा। पुरूस्कार की इस राशि को हासिल करने के लिए उसे न सिर्फ सरकार के निर्धारित पैरामीटर पर न सिर्फ अच्छा काम करना होगा बल्कि अन्य निकायों से आगे निकलकर प्रतिस्पर्धा जीतनी होगी। एक बार प्रतिस्पर्धा जीतने के बाद दो वर्ष बाद ही स्पर्धा में हिस्सा ले सकता है।
सीएम योगी ने निकाय क्षेत्रों में अच्छी सुविधाएं पहुंचाने के लिए इस स्पर्धा की शुरुआत की है। इसके लिए स्वच्छता, शुद्ध पेयजल, अच्छी सड़कें, सेफ सिटी और आत्मनिर्भरता जैसे पांच मानक निर्धारित किए हैं। इन मानकों में अपने जनपद में प्रथम आने वाली नगर पंचायत को एक करोड़, मंडल स्तर पर प्रथम आने वाली नगर पालिका को दो करोड़ और प्रदेश में प्रथम आने वाले नगर निगम को सरकार की तरफ से 10 करोड़ रुपए अतिरिक्त दिए जाएंगे।
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इस स्पर्धा का एलान करते हुए सीएम योगी ने कहा है कि, ”केन्द्र व राज्य सरकार प्रदेश के 17 शहरों को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित कर रही है। ऐसे में प्रदेश के सभी नगर निकाय स्मार्ट सिटी के रूप में अपने आपको स्थापित कर सकते हैं। नगर विकास विभाग व गृह विभाग मिलकर अगले छह महीने में 17 नगर निगम व गौतमबुद्धनगर को सेफ सिटी के रूप में विकसित करने का कार्य करें। स्वच्छता अभियान के तहत यूपी को स्वच्छ बनाना है. इसके लिए नगरीय क्षेत्र में स्वच्छता कमेटी का गठन किया जाना चाहिए। हर घर में एक डस्टबिन जरूर रखें और कूड़ा गाड़ी आए तो उसमें उसे फेकें। ”