लखनऊ। युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए प्रदेश सरकार उन्हें पांच लाख रुपए तक का ब्याज मुक्त ऋण उपलब्ध कराएगी। बैंकों के माध्यम से मिलने वाले इस ऋण की गारंटी भी सरकार लेगी। अगले दस वर्षों में इस योजना से दस लाख लाभार्थियों को जोड़ा जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अंतरराष्ट्रीय एमएसएमई दिवस पर लोकभवन सभागार में आयोजित समारोह में यह घोषणा की। इस मौके पर उन्होंने 20 हजार करोड़ के ऋण वितरण कार्यक्रम का शुभारंभ किया और सांकेतिक रूप से कुछ लाभार्थियाें को चेक भी सौंपे।
प्लेज योजना के तहत झांसी में बने पहले निजी औद्योगिक पार्क (रानी लक्ष्मी बाई प्लेज पार्क) का उद्घाटन और रेजिंग एंड एक्सेलेरेटिंग एमएसएमई परफार्मेंस (रैम्प) योजना का शुभारंभ भी उन्होंने किया। कार्यक्रम में विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना, ओडीओपी और खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के लाभार्थियों के बीच टूलकिट का वितरण भी किया गया।
MSME को बताया अर्थव्यवस्था की रीढ़
मुख्यमंत्री ने सूक्ष्म, लघु और और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) को अर्थव्यवस्था की रीढ़ बताया। कहा, यह क्षेत्र उचित प्रोत्साहन के अभाव में दम तोड़ रहा था, लेकिन प्रधानमंत्री के नेतृत्व में वर्ष 2017 के बाद प्रदेश सरकार के प्रयासों से यह आज सबसे तेजी से उभरता क्षेत्र है। 2017 में उत्तर प्रदेश देश की छठी अर्थव्यवस्था थी, आज देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुकी है। देश में सबसे अधिक रोजगार सृजन करने वाला प्रदेश भी यूपी ही है।