लखनऊ। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने शनिवार को बैठक की। जिसमें उन्होंने डॉक्टरों की तैनाती केवल चिकित्सकीय कामों में ही करने के निर्देश दिए। स्वास्थ्य विभाग और चिकित्सा शिक्षा विभाग के अलग-अलग अस्पतालों, कार्यालयों सहित जहां भी चिकित्सकों की तैनाती प्रशासनिक या प्रबंधकीय कार्यों में की गई है, उन्हें तत्काल कार्यमुक्त कर चिकित्सकीय कार्यों में ही लगाया जाए। प्रबंधन के कार्यों के लिए आवश्यकतानुसार एमबीए उपाधि धारक युवाओं को मौका दिया जाना चाहिए।
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गंभीर मरीज ही अस्पताल जाएं
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड केस कम होने से गतिविधियां धीरे-धीरे सामान्य हो रही हैं। अस्पतालों में ओपीडी, आईपीडी सेवाएं, सर्जरी शुरू की गई हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि वही लोग अस्पताल आएं, जिनकी स्थिति गंभीर हो। घर से बाहर कम से कम निकलें। ज्यादातर टेलीकन्सल्टेशन का उपयोग करें। सभी मेडिकल कॉलेजों, जिला स्तरीय अस्पतालों में टेलीकन्सल्टेशन की व्यवस्था को और बेहतर किया जाए। अधिकाधिक डॉक्टरों को इससे जोड़ा जाए। लोगों को इस सेवा के उपयोग के लिए जागरूक किया जाए।https://gknewslive.com