लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार एक तरफ तो बहुत दावे पे दावे करती है कि प्रदेश मे क्राइम का आकड़ा बहुत कम हुआ है। लेकिन दूसरी तरफ आये दिन पत्रकारो पर हो रहे हमले साफ जाहिर हो रहा हैं कि क्राइम आकड़ा कम नही बल्की और तेजी पकड़ कर दबंगों के हौसले बुलंद कर रहा है। अब जरा सोचिए की जब देश का चौथा स्तंभ कहा जाने वाला मीडिया जगत के पत्रकार सुरक्षित नही है। जब पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में कवरेज के दौरान एक पत्रकार पर खुलेआम हमला कर दिया जाता है और दौड़ा-दौड़ा कर मारा पीटा जाता है, तो आम आदमी कितना सुरक्षित होगा। यह बात भी बहुत चिंताजनक है।


पत्रकार कृष्णा तिवारी 

बता दें कि उन्नाव के मियागंज इलाके में शनिवार को कवरेज करने गए पत्रकार कृष्णा तिवारी को ऑन कैमरे पर सीडीओ उन्नाव दिव्यांशु पटेल व एक सफेद कुर्ता पायजामा धारी तथाकथित भाजपा नेता ने मिलकर पत्रकार कृष्णा तिवारी को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। इतना ही नहीं बल्कि पत्रकार के दोनों मोबाइल भी तोड़ दिए। जबकि मौके भारी संख्या मे पुलिस बल भी थी फिर भी पुलिस प्रशासन मूकदर्शक बनी तमाशा देखती रही। घटना का विडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। घटना की जानकारी मिलते ही जनहितकारी ग्रामीण पत्रकार एसो0 ने आपात मीटिंग कर मुख्यमंत्री ने सीडीओ के विरुद्ध तत्काल कारवाही की मांग की और अनिश्चित कालीन आंदोलन की चेतावनी भी दी।


सफेद कुर्ता धारी जिसने सीडियो के साथ मिलकर की पत्रकार की पिटाई

यह भी पढ़ें: उन्नाव: सपा के कड़े मुकाबले के साथ पुरवा विधानसभा में ब्लॉक प्रमुख बनाने में भाजपा ने मारी बाजी

शायद, अब यूपी में शायद इसी तरह की तस्वीर देखने को मिलती रहेगी। कही न कही योगी सरकार पत्रकार के साथ अभद्र व्यवहार मार-पीट हमला करने वालो का मनोबल बढाकर पत्रकार के साथ सौतेला व्यवहार करती नजर आ रही है। इसके लिए योगी सरकार को जवाब देना पड़ेगा। यदि मीडिया जगत के पत्रकार पर यूपी में इसी तरह हमला होता रहा तो शायद इसका नकारात्मक असर योगी सरकार पर दिखाई पड़ेगा जिससे नुकसान भी हो सकता है। और क्राइम भी बढ़ने का अनुमान हो सकता है जो पत्रकार कलम चला सकता है। लोगो की आवाज बन कर शासन-प्रशासन को अपराध भ्रष्टाचार से जुड़ी खबर पंहुचा सकता है, वो अपनी मान सम्मान बचाने के लिए हथियार भी उठा सकता है। ये कोई भ्रामक खबर नही है बल्की शासन-प्रशासन को अवगत कराने के लिए संदेश है कि एक पत्रकार भी अपना घर परिवार छोड़कर अपनी जान जोखिम मे डाल कर निस्वार्थ भाव से कार्य करके सभी को हर छोटी बड़ी खबर से रूबरू कराता  है। इस लिए पत्रकार की सुरक्षा करना शासन-प्रशासन का फर्ज बनता है।https://gknewslive.com

admin

By admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *