लखनऊ: शारदीय नवरात्र शुरू हो चुके हैं और आज नवरात्र का पहला दिन है। नवरात्र के 9 दिनों में मां भगवती के 9 स्वरूपों की पूजा की जाती है। इस बार नवरात्रि 7 अक्टूबर से शुरू हो रहे हैं और 14 अक्टूबर को समापन होगा। नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा की कृपा से ग्रह-नक्षत्रों का विशेष शुभ संयोग देखने को मिल रहा है, जिसकी असर सभी राशियों पर देखने को मिलेगा। कुछ राशियों पर माता की असीम कृपा बरसेगी तो कुछ राशियों को जीवन में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। आइए जानते हैं माता की कृपा से शारदीय नवरात्र आपके लिए कैसा रहने वाला है…
मां को ऐसे करें प्रसन्न
मां सभी सिद्धियों को देने वाली हैं। जो भी भक्त मां की सच्चे मन से पूजा-अर्चना करते हैं, उन्हें सभी सिद्धियों की प्राप्ति के साथ मां का आशीर्वाद भी मिलता है। पंडित बच्चा लाल मिश्र के मुताबिक नवरात्रि के आखिरी दिन माता को हलवा, पूरी और चने की घुघरी का भोग लगाया जाता है। इसके साथ ही नारियल भी चढ़ाया जाता है। ऐसा करने से मां अतिप्रसन्न होती हैं और 9 दिनों के पूजन का फल प्रदान करती हैं।
राशि फलादेश मेष :-
(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)
व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। दूर से बुरी सूचना प्राप्त हो सकती है। किसी व्यक्ति से विवाद संभव है। भावनाओं को वश में रखें। मन की बात किसी को न बताएं। स्वाभिमान को चोट पहुंच सकती है। पुराना रोग उभर सकता है। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें।
राशि फलादेश वृष :-
(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
नौकरी में सहयोगी सहायता करेंगे। व्यापार ठीक चलेगा। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड इत्यादि से मनोनुकूल लाभ होगा। मेहनत का फल मिलेगा। मित्रों तथा संबंधियों की सहायता करने से मान-सम्मान मिलेगा। कार्य पूर्ण होंगे। प्रसन्नता तथा उत्साह से काम कर पाएंगे।
राशि फलादेश मिथुन :-
(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)
व्यापार ठीक चलेगा। भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी। व्यय होगा। आत्मसम्मान बना रहेगा। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। व्यस्तता रहेगी। थकान हो सकती है। उत्साहवर्धक सूचना मिलेगी। कोई बड़ा काम करने का मन बनेगा। दुष्ट व्यक्तियों से सावधान रहें।
राशि फलादेश कर्क :-
(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। यात्रा लाभदायक रहेगी। भेंट उपहार की प्राप्ति हो सकती है। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। नौकरी में अधिकार बढ़ सकते हैं। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। समय की अनुकूलता का लाभ लें। प्रमाद न करें। निवेश शुभ फल देगा।
राशि फलादेश सिंह :-
(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आय में निश्चितता रहेगी। कारोबार अच्छा चलेगा। नए संबंध बनाने से पहले विचार कर लें। अपरिचितों पर अधिक भरोसा ठीक नहीं। नौकरी में अधिकारी की अपेक्षाएं बढ़ेंगी। मन में दुविधा रहेगी। फालतू खर्च पर नियंत्रण रखें। आर्थिक तंगी रहेगी।
राशि फलादेश कन्या :-
(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
प्रसन्नता व उत्साह में वृद्धि होगी। भाग्य का साथ रहेगा। डूबी हुई रकम प्राप्ति होने के योग हैं। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड से लाभ होगा। किसी समस्या का अंत होगा। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। आय बढ़ेगी। व्यापार- व्यवसाय से संतुष्टि रहेगी।
राशि फलादेश तुला :-
(रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
धन प्राप्ति सुगम होगी। काम में मन लगेगा। कार्यकारी नए अनुबंध हो सकते हैं। योजना फलीभूत होगी। मित्रों तथा संबंधियों की सहायता करने का अवसर प्राप्त होगा। मान-सम्मान मिलेगा। कार्यस्थल पर सुधार या परिवर्तन हो सकता है।
राशि फलादेश वृश्चिक :-
(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल लाभ देगा। पारिवारिक सहयोग प्राप्त होगा। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। कोर्ट व कचहरी के कार्यों में गति आएगी। चिंता में कमी रहेगी। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। पूजा-पाठ में मन लगेगा। सत्संग का लाभ प्राप्त होगा।
राशि फलादेश धनु :-
(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)
चोट व दुर्घटना आदि से शारीरिक व आर्थिक हानि की आशंका है। लापरवाही न करें। क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। आय में निश्चितता रहेगी। कारोबार ठीक चलेगा। नौकरी में जिम्मेदारी बढ़ सकती है। हताशा का अनुभव होगा।
राशि फलादेश मकर :-
(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)
नौकरी में उच्चाधिकारी की प्रसन्नता प्राप्त होगी। बाहरी वातावरण सुखद रहेगा। निवेश शुभ फल देगा। कारोबार मनोनुकूल लाभ देगा। भाग्य का साथ रहेगा। सभी कार्यों में सफलता प्राप्त होगी। जीवनसाथी से सहयोग प्राप्त होगा। घर में प्रसन्नता का वातावरण रहेगा।