लखनऊ : जहां एक ओर उत्तर प्रदेश की सरकार बेहतर शिक्षा के लिए तरह – तरह की योजनाएं चला रही है, ताकी हर तबके के बच्चे को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराया जा सके । बच्चों के बेहतर भविष्य और अच्छे भविष्य के लिए सरकार शिक्षा पर लाखों करोड़ो रुपये खर्च कर रही । लेकिन वहीं नीचे बैठे अधिकारी और शिक्षा देने वाले अध्यापक सरकार की सारी कोशिश पर पानी फेरते नज़र आ रहे हैं। मामला लखनऊ के निगोहा क्षेत्र के दयालपुर मजरे में मौजूद बेसिक विद्यालय का है ।
मीडिया से बात करते हुए ग्राम प्रधान ने बताया की आज से विद्यालय में वाटर हार्वेस्टिंग का कार्य प्रारंभ होना था । जिसके निरिक्षण के लिए वो जब विद्यालय परिसर पहुंचे तो वहां का नजा़रा देख हैरान रह गए। उन्होंने बताया की विद्यालय के गेट पर ताला लगा हुआ था और सारे बच्चे परिक्षा देने के इंतजार में स्कूल के बाहर खड़े थे। तब उन्होंने रसोइयों को बुलवाकर गेट का ताला खुलवाया और सारे बच्चों को अन्दर ले गए। अध्यापक से संपर्क किया तो उन्होंने कहीं ओर ड्यूटी लगे होनी की बात कहकर खुदको बेगुनाह साबित कर दिया । इसके बाद जब प्रधान ने ए बी सी ए को फोन लगाया तो उन्होंने 11 बजे तक इंतजार करने को कहा । जब की स्कूल के चपरासी के अनुसार विद्यालय का समय 9:15 का है और आज बच्चों कि कि परिक्षा भी होनी थी। अब देखना ये है की क्या इन अधिकारियों और शिक्षकों के खिलाफ कोई कार्यवाही होगी या फिर ये इसी तरह बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करते रहेंगे।
लेकिन – कीर्ति गुप्ता