लखनऊः प्रदेश के गन्ना एवं चीनी उद्योग मंत्री,लक्ष्मी नारायण चौधरी ने अपना कार्यभार संभालने के बाद विभागीय अधिकारियों के साथ आज विधान भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में विस्तृत समीक्षा बैठक कर विभाग के सम्बन्ध में आवश्यक सूचनाएं प्राप्त की। उन्होंने गन्ना मूल्य भुगतान, चीनी मिलों के संचालन की स्थिति,ई.आर.पी., गन्ने से जुड़े शोध कार्यों, नई गन्ना किस्मों का विकास, खाण्डसारी लाईसेंसिंग, यूनिक कलर कोडिंग आदि कार्यों से सम्बन्धितप्रगति का ब्यौरा लेते हुए वरिष्ठ अधिकारियों कोआवश्यक दिशा-निर्देश दिये।
समीक्षा बैठक के दौरानगन्ना मूल्य भुगतान के मुद्दे पर मा. मंत्री को अधिकारियों द्वारा अवगत कराया गयाकि पेराई सत्र 2020-21 का शत-प्रतिशत गन्ना मूल्य भुगतान सम्पन्न हो चुका है एवं पेराई सत्र 2021-22 का भी लगभग71 प्रतिशत गन्ना मूल्य भुगतान किसानों को कराया जा चुका है। मा. मंत्री द्वारा शीघ्रातिशीघ्र्र अवशेष भुगतान कराने हेतु निर्देश दिये गये। इसके साथ ही मा. मंत्री द्वारा चीनी मिलों के संचालनके सम्बन्ध में भी जानकारी ली गई, उन्हें बताया गया कि प्रदेश की कुल 120 चीनी मिलों में से अब तक 34 चीनी मिलें इस सत्र का पेराई कार्य समाप्त कर बंद हो चुकी हैं जिनमें से 11 सहकारी क्षेत्र की हैं। खाण्डसारी इकाईयों के विषय में जानकारी देते हुए प्रदेश के अपर मुख्य सचिव, चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास श्री संजय आर. भूसरेड्डी ने मा. मंत्री को अवगत कराया कि विभाग द्वारा विगत 25 वर्षों में प्रथम बार 276 नई खाण्डसारी इकाइयों हेतु लाइसेंस निर्गत हुए, जिनमें से 172 इकाईयां संचालित हो चुकी हैं, जिनकी कुल पेराई क्षमता 43,344 टी.सी.डी. है। इन संचालित इकाईयों से ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग 688 करोड़ का पूंजीगत निवेश होने के साथ ही लगभग 19,264 लोगों को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार की प्राप्ति हुई है तथा सभी 276 इकाईयों की स्थापना के बाद 69,450 टी.सी.डी. की अतिरिक्त पेराई क्षमता का सृजन होगा जिससे प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग 1176 करोड़ का पूंजीगत निवेश होगा और लगभग 31,015 से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रोजगार की प्राप्ति होगी।
गन्ना फसल से जुड़े शोध कार्यों के बारे में भी मा. मंत्री ने अधिकारियों से जानकारी ली तथा निर्देशित किया कि गन्ने की खेती में निरन्तर शोधकार्य किये जाए तथा किसानों को उन्नतिशील गन्ना किस्में आवश्यकतानुसार उपलब्ध कराई जाए। बैठक के दौरान विभागीय अधिकारियों ने मा. मंत्री जी को अवगत कराया कि स्वच्छता एवं विशिष्ट रख-रखाव हेतु विभागीय भवनों के लिए यूनीक कलर कोडिंग नीति एवं कार्यालय नामों के निर्धारण हेतु भी नीति जारी की गई हैं जिसके अन्तर्गत 150 विभागीय भवनों का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिनमें से अब तक लगभग 25विभागीय भवनों कीकलरिंग का कार्य भी पूर्ण हो चुका है।
मा. मंत्री द्वारा गन्ना कृषकों को सही समय पर गन्ना पर्ची उपलब्ध कराने के उद्देश्य से विकसित ई.आर.पी. प्रणाली के कार्यों के सम्बन्ध में भी जानकारी ली गई। इस सम्बन्ध में जानकारी देते हुए प्रबन्ध निदेशक, गन्ना समिति संघ/अपर गन्ना आयुक्त, मुख्यालय श्री वाई.एस. मलिक द्वारा उन्हें अवगत कराया गया कि चीनी उद्योग विभाग की ई.आर.पी. ऐसी व्यवस्था है जिसके अन्तर्गत उत्तर प्रदेश के समस्त गन्ना किसानों की गन्ना सर्वे, बेसिक कोटा, सट्टा, गन्ना कैलेंडरिंग, पर्चियां के निर्गमन, गन्ना आपूर्ति, भुगतान की जानकारी एक ही पोर्टल पर एक समान सॉफ्टवेयर पर उपलब्ध कराई जायेगी। गन्ना कृषक ई.आर.पी. से संबंधित वेबसाइट ूूूण्बंदमनचण्पद एवं ’’ई-गन्ना एप’’ के माध्यम से भी अपने सर्वे, कैलेंडर, एवं पर्ची की समस्त जानकारियां प्राप्त कर सकते है।उन्होने बताया कि प्रदेश के 46.20 लाख गन्ना आपूर्तिकर्ता किसान ई.आर.पी. पोर्टल एवं ई-गन्ना ऐप से जुड़े हुए हैं। लगभग 8 करोड बार ूूूण्बंदमनचण्पदवेबसाईट को हिट किया गया हैए वहीं लगभग 24.64 करोड बार किसानों के आंकडों का अवलोकन किया गया तथा 45.70 लाख किसानों द्वारा म्.ळंददं ।चच डाउनलोड किया गया एवं लगभग 88.48 करोड़ बार ऐप को हिट किया गया।
बैठक के अन्त में मा. गन्ना मंत्री श्री चौधरी ने सभी वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देशित किया कि किसान हितपरक नीतियों का निर्माण करते हुए सदैव गन्ना किसानों के कार्याें को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए। मा. मंत्री की अध्यक्षता में आयोजित आज की बैठक में अपर मुख्य सचिव, चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास के साथ प्रबन्ध निदेशक, चीनी मिल संघ श्री आर.के. पाण्डेय, विशेष सचिव एवं अपर गन्ना आयुक्त(प्रशासन) डा. रूपेश कुमार, विशेष सचिव एवं अपर चीनी आयुक्त श्री शिव सहाय अवस्थी, अपर गन्ना आयुक्त श्री वाई.एस. मलिक, श्री आर.पी.यादव, निदेशक, उ.प्र. गन्ना शोध परिषद, शाहजहांपुर श्री वी.के. शुक्ल, संयुक्त गन्ना आयुक्त श्री विश्वेश कनौजिया, मुख्य अभियन्ता श्री अरूण कुमार यादव आदि ने प्रतिभाग किया।