उत्तर प्रदेश : मानसून के दूसरे दौर की बारिश किसी के लिए खुश तो किसी के लिये तबाही लेकर आई है। पहाड़ी इलाके में पिछले कई दिनों से हो रही बारिश अब लोगों के लिए जानलेवा बन गई है। ये भारी बारिश पहाड़ी इलाकों के साथ-साथ निछले इलाकों के लिए भी मुसीबत का कारण बन गई है।

24 घंटों में हुई भारी बारिश की कारण, बाढ़ और भूस्खलन से 33 लोगों की मौत हुई, जबकि 17 लोग लापता हैं। सबसे अधिक तबाही मंडी, कांगड़ा और चंबा में हुई। इन सबके बीच कई इलाकों में बाढ़ का अलर्ट भी जारी किया गया है।

यूपी के जिलों में बाढ़ का अलर्ट:-

पहाड़ों पर हुई भारी बारिश के कारण गंगा, कोटावाली और मालन नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया जिस कारण संगम नगरी प्रयागराज में गंगा और यमुना लोगों के लिए बड़ी मुसीबत बन गई है। नदियों में लगातार बढ़ता पानी रिहायशी इलाकों में घुसने लगा है। यूपी के फतेहपुर प्रेम गांव, हरिद्वार के भीमगौडा बैराज, हमीरपुर, में नदियाँ खतरे की निशान की ऊपर बह रही है। हमीरपुर यमुना और बेतवा समेत कई नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। डैमों से चार लाख से अधिक क्यूसेक पानी छोड़े जाने से बेतवा नदी उफान पर है। जिसके बाद इन इलाकों ने बाढ़ का अलर्ट जारी कर दिया गया है।

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