उत्तर प्रदेश : ऐसे समर्थ महापुरुष जिनके दर्शन करने, सतसंग सुनने, अपनी बात कह देने तथा उनके बताए रास्ते पर चलने से बहुत लोगों को हर तरह की तकलीफों में लाभ मिल जाता है, कोई भी आजमाइश करके देख सकता हैं, ऐसे वक़्त के महापुरुष सन्त सतगुरु दुःखहर्ता त्रिकालदर्शी परम दयालु उज्जैन वाले बाबा उमाकान्त जी महाराज कहते है की, जिस प्रकार इस देश को सुचारु रूप से चलाने के लिए सरकारें कई व्यवस्था करती है ठीक उसी तरह इस मानव जीवन को ठीक प्रकार से चलाने के लिए परमात्मा ने भी कई मार्ग दिए हैं। सुमिरन, ध्यान, भजन परमात्मा की और से दिए ऐसे मार्ग है जिन पर चल कर मनुष्य अंत समय में सद्गति को प्राप्त होता है।

परम दयालु उज्जैन वाले बाबा उमाकान्त जी महाराज कहते है की, 24 में से 22 घण्टे दुनिया का काम करो और 2 घण्टे का समय अपनी आत्मा के लिए निकालो। महाराज जी कहते है, सभी लोगों को स्कूल में जाने वाले बच्चों के समान टाइम टेबल बना कर कार्य करना चाहिए। अगर सभी लोग बच्चों के समान टाइम टेबल बना कर कार्य करेंगे तो समय बेकार नहीं जाता है, सब सेट हो जाएगा, सबके लिए टाइम निकल आएगा।

महाराज जी कहते है जिस प्रकार बाकि सभी कामों के लिए समय निकालते हो ठीक उसी प्रकार अपनी आत्मा के कल्याण के लिए भी समय निकालो, और परमात्मा में मन लगाओ। क्योंकि लगन लगने पर समय अपने आप निकल आता है।

महाराज जी कहते है की, धर्म में राजनीति नहीं बल्कि राजनीति में धर्म होना चाहिए। तभी मानव और इस देश का कल्याण सम्बव है। उत्थान धर्म से और पतन पाप कर्म करने से होता है। इस लिए अपने और अपने देश के लिए ज्यादा से ज्यादा धर्म करो। देश भक्ति महान भक्ति है लेकिन देश भक्ति भी तब की जा सकती है जब कर्म सही हो। कर्मो की सफाई के लिए नित्य सुमिरन, ध्यान, भजन और रोज कम से कम 2 घंटे जयगुरुदेव नाम की नामध्वनि करना जरुरी है।

(ब्यूरो रिपोर्ट जी.के.न्यूज़)

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