उत्तर प्रदेश : जबरन धर्मांतरण करने के मामलो को रोकने के लिए एक वकील ने कोर्ट में लगाई गुहार। जानकारी के मुताबिक, वकील अश्विनी उपाध्याय ने शीर्ष कोर्ट में याचिका दायर की है। सुप्रीम कोर्ट में दायर अपनी याचिका में वकील ने धमकाकर, बल या धोखाधड़ीपूर्वक, गिफ्ट या लालच देकर कराए जाने वाले धर्मांतरण पर रोक के लिए कठोर कानून बनाए जाने की मांग की है। उपाध्याय ने कहा कि यह राष्ट्रव्यापी समस्या है, इसलिए इस पर तुरंत काबू करने की जरूरत है। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में केंद्र सरकार व संबंधित पक्षों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया। जस्टिस एमआर शाह और जस्टिस कृष्ण मुरारी की पीठ ने केंद्र सरकार, और कानून व न्याय मंत्रालय को नोटिस जारी करने का आदेश देते हुए सभी पक्षों से 14 नवंबर तक जवाब मांगा है।

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अधिवक्ता ने अपनी याचका में कहा है कि, देश का एक भी जिला ऐसा नहीं है जो ‘हुक एंड क्रूक‘ यानी किसी न किसी प्रकार कराए जाने वाले धर्म परिवर्तन से मुक्त हो। उन्होंने कहा, पूरे देश में हर हफ्ते ऐसी घटनाएं होती हैं जहां डरा-धमकाकर, उपहारों, पैसों के लालच में या धोखा देकर और काला जादू इत्यादि का इस्तेमाल करके धर्मांतरण न किया जाता हो। लेकिन, फिर भी केंद्र और राज्यों ने इस खतरे को रोकने के लिए कड़े कदम नहीं उठा रहे हैं।

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