लखनऊ : उन्नाव जिले के औरास थाना क्षेत्र में जवन गांव निवासी अधेड़ को मौत के आठ महीने बाद न्याय मिलने जा रहा है। अप्रैल 2022 को अधेड़ की संदिग्ध हालत में मौत हो गई थी। इसके बाद भाई द्वारा शव को दफना दिया गया। मामले में मृतक की बेटी ने हत्या की आंशका जताते हुए न्यायालय में अर्जी दी थी। जिस पर फैसला देते हुए न्यायालय ने शव को बाहर निकाल कर पोस्टमार्टम कराने का निर्देश दिया है।
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जानकारी के मुताबिक, औरास थाना क्षेत्र के जवन गांव निवासी मलखे मार्च में चंडीगढ़ से गेहूं की फसल काटने के लिए गांव आया था। 19 अप्रैल को मलखे के भाई फूलचंद्र ने मलखे की बेटियों को फोन कर उसकी तबियत खराब होने की बात कही और अपनी पत्नी के नाम उसकी जमीन बैनामा करा लि। बेटियों ने अदालत में दी अपनी अर्जी में आरोप लगाया था की, फूलचंद्र ने उनको बंधी बना कर जबरन मलखे का शव दफन कर दिया था। पुलिस ने भी कोई सुनवाई नहीं की। कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने दंपती सहित पांच लोगों के खिलाफ हत्या, धोखाधड़ी आदि धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर, शुक्रवार को दफन शव निकाल कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।