लखनऊ : जीवन के हर क्षेत्र में सफलता पाने के सूत्र सबको बताने वाले, अभी छुपी हुई किन्तु आगे विकराल रूप धारण करने वाली समस्याओं को उजागर कर ध्यान दिलाने वाले, इस समय के महापुरुष, पूरे समरथ सन्त सतगुरु, त्रिकालदर्शी उज्जैन वाले बाबा उमाकान्त जी महाराज ने नव वर्ष कार्यक्रम में प्रातः उज्जैन आश्रम में दिए अपने संदेश में बताया कि, 2022 का अंधेरा खत्म और 2023 का उजाला शुरु हुआ है।
केवल सन्त के भक्त एक रस रहते हैं बाकी यहां निरंतर परिवर्तन होता रहता है। याद रखो! आज जवानी, ताकत है, कल नहीं रहेगी। 2023 में अपनत्व का भाव अपनाओ। महाराज जी ने सरकार से देश, लोगों की और विशेषकर बच्चों की भलाई के लिए कई प्रार्थनाएं की जिससे सर्वंगीण विकास का मार्ग प्रशस्त हो सके।