लखनऊ : वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने केंद्रीय बजट पेश किया। यह लोकसभा चुनाव से पहले मोदी सरकार का अंतिम पूर्णकालिक बजट था। बजट के पेश होते ही विपक्षी राजनीतिक पार्टियों ने सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। बजट पेश होने के कुछ ही देर बाद समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट कर जमकर सरकार पर निशाना साधा। अब बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी ट्वीट करते हुए सरकार के दावों और किये गए कामों पर सवाल उठाया है।
2. इस वर्ष का बजट भी कोई ज्यादा अलग नहीं। पिछले साल की कमियाँ कोई सरकार नहीं बताती और नए वादों की फिर से झड़ी लगा देती है जबकि जमीनी हकीकत में 100 करोड़ से अधिक जनता का जीवन वैसेे ही दाव पर लगा रहता है जैसे पहले था। लोग उम्मीदों के सहारे जीते हैं, लेकिन झूठी उम्मीदें क्यों? 2/4
— Mayawati (@Mayawati) February 1, 2023
मयावती ने ट्वीट करते हुए कहा की, इस वर्ष का बजट पिछले बजट से ज्यादा अलग नहीं। देश में पहले की तरह पिछले 9 वर्षों में भी केन्द्र सरकार के बजट आते-जाते रहे जिसमें घोषणाओं, वादों, दावों व उम्मीदों की बरसात की जाती रही, किन्तु वे सब बेमानी हो गए जब भारत का मिडिल क्लास महंगाई, गरीबी व बेरोजगारी आदि की मार के कारण लोवर मिडिल क्लास बन गया, अति-दुखद।
4. केन्द्र जब भी योजना लाभार्थियों के आँकड़ों की बात करे तो उसे जरूर याद रखना चाहिए कि भारत लगभग 130 करोड़ गरीबों, मजदूरों, वंचितों, किसानों आदि का विशाल देश है जो अपने अमृतकाल को तरस रहे हैं। उनके लिए बातें ज्यादा हैं। बजट पार्टी से ज्यादा देश के लिए हो तो बेहतर। 4/4
— Mayawati (@Mayawati) February 1, 2023
मायावती ने आगे कहा की, केन्द्र जब भी योजना लाभार्थियों के आँकड़ों की बात करे तो उसे जरूर याद रखना चाहिए कि भारत लगभग 130 करोड़ गरीबों, मजदूरों, वंचितों, किसानों आदि का विशाल देश है जो अपने अमृतकाल को तरस रहे हैं। उनके लिए बातें ज्यादा हैं। बजट पार्टी से ज्यादा देश के लिए हो तो बेहतर।