लखनऊ। विश्व विख्यात परम संत बाबा जय गुरुदेव महाराज जी के आध्यात्मिक उत्तराधिकारी पूज्य संत बाबा उमकांत जी महाराज ने 14 फरवरी रविवार को छत्तीसगढ़ के पेंड्री में स्थित बाबा जयगुरुदेव आश्रम में सत्संग सुनाते हुए भक्तों को बड़ा ही दुखदाई संदेश दिया। उन्होंने कहा कि आगे का समय खराब है, बड़ा भयंकर समय आ रहा है। 2021 का साल 2020 की तुलना में सबसे ज्यादा कष्टदायक बीतेगा। मनुष्य को अपने जीवन में हर तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। शाकाहारी सदाचारी रहोगे और लोगों को बनाओगे, भजन करोगे और कराओगे, नामदान दिलाओगे तो उसी तरह से इनकी रक्षा होगी- कैसे?
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पूज्य संत बाबा उमकांत जी महाराज ने कहा, कि जैसे हाथ की चक्की के बीच में लकड़ी की कील एक आधार होती है। कील के किनारे-किनारे जो गेहूं होते हैं, वह पीसने से बच जाते हैं। इसी तरह मनुष्य अगर दान पुण्य, भजन व सदाचारी का पालन करेगा तो बचे हुए गेहूं की भांति तकलीफों व कठिनाइयों से बच सकता है। इस प्रवचन के जरिये आपको बचत का तरीका बता दिया गया है। यह सब याद रखोगे तो तकलीफें आएंगी और किनारे से निकल जाएंगी। कहने का तात्पर्य सिर्फ इतना है कि बातों को पकड़ो, सम.झो और मानो। महाराज जी ने बताया कि घर में एक भी अगर धार्मिक व्यक्ति हो गया, तो कुछ दिन तक चलता रहता है और अगर गांव में एक भी व्यक्ति धार्मिक हो गया तो चलता रहता है। जब एक ही गांव के सारे व्यक्ति अधर्मी हो जाते हैं तो गांव धंस जाता है। धर्म का ह्लास अभी नहीं हुआ है, धर्म अभी है लेकिन जो मानव धर्म है उससे लोग अलग हो गए हैं। जो रास्ता आपको बताया गया है- ध्यान, भजन, सुमिरन करने का, जिससे मानवता आ जाएगी, मानव धर्म आ जाएगा। इस चीज की जानकारी जब मानव को आ जाएगी, पहचान आ जाएगी, दीन-दुनिया दोनों बनेगा, तो जहां रहोगे सुखी रहोगे। इससे आपको मानसिक शांति भी मिलेगी और जब आपका समय पूरा होगा तो मालिक आपको अपने पास बुला लेगा। महाराज जी ने बताया कि आपको कोई तकलीफ नहीं होगी। अगर आप अपनी जीवात्मा को निकालना सीख गए फिर दिन में में 10 बार जियो, 10 बार मरो कोई डर नहीं रहेगा, कोई चिंता नहीं, कोई फिक्र नहीं रहेगी।https://gknewslive.com