लखनऊ: इंसानियत को शर्मसार करने वाला एक ऐसा ही मामला आलमबाग कोतवाली पुलिस के संज्ञान में आया है। जहां कानपुर की एक युवती को लखनऊ में नौकरी दिलाने का झांसा देकर बंधक बनाकर पीटा गया और विरोध करने पर आरोपी ने मोबाइल चार्जिंग के तार से हाथ-पांव बांधकर जिंदा जला दिया। गंभीर रूप से जली युवती को कानपुर रेफर कर दिया गया है। जहां वह जिंदगी और मौत की जंग लड़ रही है। वहीं मामले को लेकर परिजनों की प्राथमिकी पर आलमबाग पुलिस मामले की जांच कर रही है।
लिखित शिकायत के 32 दिन बाद दर्ज की गई प्राथमिकी
सरकार ने महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों के लिए पुलिस को कड़ी कार्रवाई करने के आदेश दिये हैं। पर इस मामले ने लखनऊ पुलिस की कार्यशैली को कटघरे में खड़ा कर दिया गया है। दरअसल 3 जनवरी को हुई घटना के बाद पहले तो परिजनों की कई दिनों तक लिखित शिकायत ही नहीं ली गई और उन्हें दौड़ाया गया।