लखनऊ: उत्तर प्रदेश की भीषण गर्मी की आफत के बीच राजनीति भी तेज हो गई है। 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारियों में सभी राजनीतिक दल हर संभव कोशिश में जुट गई हैं। वहीं बसपा प्रमुख मायावती ने सोमवार को ट्वीट के जरिए बिजली कटौती का मुद्दा उठाया है उन्होंने कहा पिछले कई दिनों से भीषण गर्मी की आपात से राजधानी लखनऊ समेत पूरे प्रदेश में बिजली की जबरदस्त कमी है। जिससे बलिया व अन्य जिलों से मौत की खबरें आना दुखद है।
1. यूपी में पिछले कई दिनों से जारी भीषण गर्मी की आफत में राजधानी लखनऊ सहित पूरे प्रदेश में बिजली की ज़बरदस्त कमी ने लोगों का जीवन त्रस्त कर रखा है, जिससे बलिया व अन्य ज़िलों से मौत की खबरें अति-दुःखद। सरकार बिजली व्यवस्था तुरन्त सुधारे तथा अस्पतालों आदि में बिजली कटौती न करे।
— Mayawati (@Mayawati) June 19, 2023
बसपा सुप्रीमो ने समझाया PDA का मतलब
मायावती ने कहा कि सरकार बिजली व्यवस्था तुरन्त सुधारे तथा अस्पतालों आदि में बिजली कटौती न करे। साथ ही, सपा द्वारा एनडीए के जवाब में पीडीए (पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक) का राग, इन वर्गों के अति कठिन समय में भी केवल तुकबन्दी के सिवाय और कुछ नहीं। इनके पीडीए का वास्तव में अर्थ परिवार, दल, एलाइन्स है जिस स्वार्थ में यह पार्टी सीमित है। इसीलिए इन वर्गों के लोग जरूर सावधान रहें।
2.साथ ही, सपा द्वारा एनडीए के जवाब में पीडीए (पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक) का राग, इन वर्गों के अति कठिन समय में भी केवल तुकबन्दी के सिवाय और कुछ नहीं। इनके पीडीए का वास्तव में अर्थ परिवार, दल, एलाइन्स है जिस स्वार्थ में यह पार्टी सीमित है। इसीलिए इन वर्गों के लोग जरूर सावधान रहें।
— Mayawati (@Mayawati) June 19, 2023
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के पीडीए वाले बयान पर बसपा सुप्रीमो ने जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा यह तुकबंदी की सिवाय कुछ नहीं है । वास्तव में पीडीए का अर्थ है परिवार, दल, एलाइंस जिस स्वार्थ में पार्टी सीमित है। बता दें कि इससे पहले अखिलेश ने एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में नारा देते हुए कहा कि 80 लाओ भाजपा को हराओ। वहीं लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हराने के लिए सभी राजनीतिक दलों से एकजुट होने की अपील भी की।