धर्म-कर्म : आने वाले बहुत ही ख़राब समय से समय रहते आगाह करने वाले, बचने का उपाय बताने वाले, इस समय के महापुरुष, पूरे समरथ सन्त सतगुरु, दुःखहर्ता, अन्तर्यामी, उज्जैन वाले बाबा उमाकांत जी महाराज ने बताया कि शिव का तांडव शुरू न होने पाए। तांडव कभी भी शुरू हो सकता है। इस समय जो परिस्थितियां बनी हुई हैं, उस हिसाब से विनाश के कगार पर आदमी खड़ा हुआ है। भारत ही नहीं, पूरा विश्व बारूद के ढेर पर खड़ा हुआ है। इसीलिए बहुत ही सजग रहने की जरूरत है। इस समय पर ज्यादा लोभ लालच में मत पड़ो, मेहनत और ईमानदारी की कमाई पर भरोसा रखो। इसमें बरकत मिलेगी। आप अपने हिसाब से, जहां पर भी हो, उस धर्म का पालन करो। गृहस्थ धर्म का पालन करो।
झगड़ा झंझट को टालो खराब समय को निकालो:-
महाराज जी ने बताया कि जो कुछ भी बात हमको कहने की होती है, हम संगत में, सतसंग में ही बोल देते हैं। और स्पष्ट रूप से बोल देते हैं कि जिसमें उसमें कुपत (गलत समझना, अन्य अर्थ लगाना आदि) वाली बात न रह जाए। तो आप घर-परिवार-समाज सब के विवाद से बचो। विवाद को, झगड़ा-झंझट को टालो, खराब समय को निकालो। फिर अच्छा समय जब आ जाएगा तब विवाद नाम की चीज ही नहीं रह जाएगी। यह गंदगी नहीं रह जाएगी। जगह-जगह अपराधिकरण जो हो रहा है, यह सब खत्म हो जाएगा, सुख शांति आ जाएगी।