रायबरेली: रायबरेली में पैरामेडिकल इंस्टिट्यूट की छात्राओं ने प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. मामला भदोखर थाना क्षेत्र के दरियापुर चौराहे के पास कृपालु पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट की छात्राओं ने मैनेजमेंट पर गंभीर आरोप लगाते हुए जिलाधिकारी हर्षिता माथुर का दरवाजा खटखटाया है. छात्राओं ने मैनेजमेंट के लोगों पर सिंदूर, बिंदी, चूड़ी आदि पहनने और लगाने पर प्रतिबंध लगाने का आरोप लगाया है.
यहां की दो छात्राओं ने डीएम को शिकायती पत्र देते हुए आरोप लगाया है कि उनके हिन्दू प्रतीकों पर हमला किया गया है। यहां सिंदूर और बिंदी लगाने पर पाबंदी लगाई जा रही है। छात्राओं ने यहां तक कहा कि प्रैग्नेंन्सी के दौरान गर्भपात कराये जाने का भी दबाव बनाया गया है. छात्रा ने कहा कि अबॉर्शन न कराये जाने की स्थिति में उनका पंजीकरण निरस्त कर दिया गया और फीस भी वापस नहीं कि जा रही है. साथ ही चेकिंग के नाम पर अभद्रता की जाती है. इसके अलावा छात्रों ने कृपालु नर्सिंग कॉलेज के मैनेजमेंट पर मारपीट और अभद्र व्यवहार सहित अन्य गंभीर आरोप भी लगाए हैं. इसी के साथ मांग में सिंदूर, माथे पर बिंदी, चूड़ी और बिछिया आदि पहने पर प्रतिबंध के भी गंभीर आरोप लगाए हैं.
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने दी चेतावनी
इस पर जिलाधिकारी हर्षिता माथुर ने सक्षम अधिकारियों से जांच कर कर दोषी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है. छात्राओं के समर्थन में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पदाधिकारी और समर्थकों ने भी जिलाधिकारी कार्यालय का घेराव कर छात्राओं के लिए न्याय की गुहार लगाई है. साथ ही इंस्टिट्यूट के दोषी कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई करने की बात भी कहीं. ऐसा न करने पर धरना-प्रदर्शन और बड़े स्तर पर आंदोलन की भी चेतावनी देने से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पदाधिकारियों की ओर से दी गई है.