9th Day Of Tunnel Collapse: 12 नवंबर को उत्तरकाशी जिले के सिलक्यारा सुरंग हादसे का आज नवां दिन है और अभी भी 41 मजदूर सुरंग के अंदर फसे हुए हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन में ONGC, PWD,BRO के साथ-साथ DRDO जैसी उच्च इस्तरीय एजेन्सिस बचाव कार्य में लगी हुई हैं। ताजा जानकारी के अनुसार कुछ घंटे पहले ही DRDO की ROBOTICS टीम मौके पर पहुंची है और एक छोटे रोबोट को पाइप के द्वारा सुरंग के अंदर भेजा जायेगा जिससे अंदर की स्थिति का बेहतर पता लगाया जा सके। यह पूरा रेस्क्यू ऑपरेशन INTERNATIONAL TUNNELING AND UNDERGROUND SPACE ASSOCIATION की देखरेख में हो रहा है जिसके प्रेसिडेंट अर्नाल्ड डिक्स भी मोके पर मौजूद हैं और उन्होंने यह आश्वासन दिया है कि वो और उनकी टीम जल्द ही सभी 41 मजदूरों को सकुशल बाहर निकालने में कामयाब होगी।
जाँच से नहीं डर रहे केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी:
12 नवंबर से आज 9 दिन पूरे होने को आये हैं, ऐसे में सभी 41 मजदूरों के परिजन बहुत ही परेशान हैं, 9 दिन से मजदूरों ने कुछ खाया पिया नहीं है ऐसे में यह बड़ा सवाल है कि क्या सभी मजदूर सकुशल एवं जीवित हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पाइप के माध्यम से मजदूरों के लिए मेवे भेजे जा रहे हैं। स्थिति का निरीक्षण करने केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी जी एवं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कल सिलक्यांरा आये हुए थे। मीडिया से बात करते हुए नितिन गडकरी ने कहा कि किस तकनीकी खराबी के कारण यह हादसा हुआ अभी वह इसके बारे में नहीं सोच रहे, उसके लिए जांच कमेटी बनायी जाएगी और निष्पक्ष जांच होगी। अभी वह सिर्फ इस बात को लेके चिंतित हैं कि हमारे सभी मजदूर सकुशल बाहर आने चाहिए। उन्होंने आगे इस बात की भी पुष्टि की कि सिविल सर्जन भी मजदूरों की तबियत को ध्यान में रखते हुए मौके पर मौजूद हैं और पाइप के माध्यम से दवा भी मजदूरों तक पहुंचाई जा रही है।
केंद्र सरकार और राज्य सरकार युद्ध स्तर पर एक साथ मिलकर बचाव कार्य करेंगी – प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी राज्य सरकार और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से लगातार संपर्क बनाये हुए हैं और उन्होंने युद्ध स्तर पर कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं। प्रधानमंत्री ने आगे यह भी कहा है कि केंद्र सरकार तकनीकी से लेकर अन्य सभी प्रकार की मदद के साथ राज्य सरकार के साथ खड़ी है। मुख्यमंत्री ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सभी 41 मजदूरों के परिजन हादसे की जगह पर आ सकते हैं और उनका सारा खर्च राज्य सरकार उठाएगी।