लखनऊ: कल गुरूवार देर शाम को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दिल्ली दौरे ने उत्तर प्रदेश का राजनीतिक माहौल गर्म कर दिया है। ऐसा माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने के बाद मंत्रिमंडल विस्तार की जो अटकलें लगायी जा रही थीं, उनपे पूरी तरह से मोहर लग चुकी है। गुरूवार से पहले योगी आदित्यनाथ बुधवार को उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से भी मिले थे। लगातार 2 दिन में राज्यपाल और देश के प्रधानमंत्री से भेंट से यह स्पष्ट होता दिख रहा है कि उत्तर प्रदेश सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार 15 दिसम्बर तक तय है।
मंत्री पद की शपथ की दौड़ में ओम प्रकाश राजभर सबसे आगे
मंत्रिमंडल विस्तार में 1-2 नहीं बल्कि 6-8 मंत्री शपथ ले सकते हैं, जिसमे सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर का नाम सबसे आगे है। इसके अलावा दारा सिंह चौहान के नाम पर भी मुहर लग सकती है। दलित और ओबीसी महिला विधायकों को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है, वहीं महेंद्र सिंह और आकाश सक्सेना का नाम भी चर्चा का विषय बना हुआ है। योगी सरकार के एक कैबिनेट मंत्री ने उनका नाम सार्वजनिक न करने की शर्त पर यह बताया है कि उत्तर प्रदेश सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार 15 दिसम्बर तक होने की पूरी सम्भावना है।