कलकत्ता: राजधानी कलकत्ता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए बलात्कार से पूरा देश आक्रोशित है। मृतक डॉक्टर को न्याय दिलाने के लिए मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों के अलावा अब आईएमए 24 घंटे की हड़ताल पर बैठे है, सभी प्रदर्शनकारियों ने आरोपियों को कड़ी सजा के साथ डॉक्टरों के लिए प्रोटेक्शन एक्ट को लागू करने की मांग की है। दौरान डॉक्टरों ने जुलूस निकालकर विरोध प्रदर्शन कर वी वांट जस्टिस के नारे भी लगाए।
महिला जाती का अपमान है:-
वहीं, हड़ताल पर बैठे सरकारी अस्पतालों के जूनियर डॉक्टरों ने हड़ताल के दसवें दिन आज भी अस्पताल का काम बंद रखा है। उनका कहना है कि, जो मरीजों का इलाज कर उन्हें नया जीवन देता है, उसके साथ ऐसा व्यवहार बेहद शर्मनाक बात है। हालांकि ये मामला सिर्फ एक डॉक्टर का नहीं हैं, बल्कि ये महिला जाती का अपमान है।
आगे डॉक्टरों ने कहा कि, आखिर उन्हें खुलकर जीने का मौका कब मिलेगा, हर दिन कोई न कोई महिला इस हैवानियत का शिकार होती है। महिलाओं के लिए सरकार कब जिम्मेदार होगी। डॉक्टरों के हड़ताल पर बैठने से कलकत्ता में स्वास्थ्य सेवाएं ठप हो गई हैं, जिससे मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं।
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मालूम हो कि, 9 अगस्त को कलकत्ता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज के सेमिनार हॉल में ट्रेनी डॉक्टर महिला का शव अर्धनग्न परिस्थिति में मिला था, जिसके चलते अस्पताल स्टॉफ में हंगामा मच गया। इस मामले में एक आरोपी युवक स्वयंसेवक को गिरफ्तार किया गया था। लेकिन डॉकटर्स की तरफ से लगातार ये कहा जा रहा है कि इस मामले में कई और भी लोग शामिल हैं।