लखनऊ। सीएम योगी के निर्देशों के बावजूद कोरोना काल में अधिकारी अपनी सेवाओं के प्रति लापरवाही बरत रहे हैं। ऐसा ही एक मामला कानपुर कोविड कंट्रोल रूम का है। यहां पर रैपिड रिस्पांस टीम भेजने में लापरवाही बरतने वाले डॉ. नीरज सचान पर जिलाधिकारी आलोक तिवारी ने बड़ी कार्रवाई की है। उन्होंने डॉ. नीरज पर एफआईआर दर्ज कराने के साथ ही थाने भी भेज दिया। जब अन्य चिकित्सकों को डॉ. नीरज सचान की गिरफ्तारी की बात पता चली तो सभी थाने पहुंच गए। इतना ही नहीं, नीरज सचान की पत्नी अनु सचान ने भी थाने पहुंच कर अधिकारियों पर उत्पीड़न का आरोप लगाकर तहरीर दी। हालांकि उनकी तहरीर में किसी अधिकारी के नाम का खुलासा नहीं हुआ है।
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कंट्रोल रूम में तैनात पतारा सीएचसी के इंचार्ज डॉ. नीरज सचान के खिलाफ थाना स्वरूप नगर में एफआईआर दर्ज हुई है। कंट्रोल रूम की समीक्षा के दौरान पता चला कि कोरोना संक्रमितों की मदद के लिए न तो समय से रैपिड रिस्पॉन्स टीम को भेजा जा रहा है और न ही लोगों में कोविड किट बांटी जा रही है। जिसके बाद डीएम आलोक तिवारी ने कड़ी नाराजगी जाहिर की। जिलाधिकारी ने कोविड कंट्रोल रूम के प्रभारी डॉ. आरएन को चिकित्सक डॉ. नीरज सचान की लापरवाही के बारे में जानकारी दी और एफआईआर दर्ज कराने का आदेश दिया। लापरवाही के आरोप में डॉ. नीरज के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के साथ ही उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।https://gknewslive.com