UP News: उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनावों को लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज है। कुंदरकी विधानसभा सीट पर 20 नवंबर को होने वाले मतदान से पहले कानून-व्यवस्था के मद्देनजर प्रशासन ने सख्ती बढ़ा दी है। इसी क्रम में पुलिस और CAPF के जवानों ने फ्लैग मार्च और एरिया डोमिनेशन अभियान चलाया। इस कदम पर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने सवाल खड़े किए हैं।
अखिलेश यादव का बीजेपी पर हमला:-
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “ये जो युद्ध स्तरीय तैयारी है, उसे चीन की सीमा समझने की भूल न करें। यह उत्तर प्रदेश का कुंदरकी है, जहां विधानसभा उपचुनाव हो रहा है। भाजपा के राज में चुनाव को लेकर इतनी धांधली हो रही है कि जनता का कानून-व्यवस्था से भरोसा उठ गया है।” उन्होंने आरोप लगाया कि सत्ताधारी दल चुनाव में डर और दबाव का माहौल बनाकर लोगों को मतदान से रोकने की कोशिश कर रहा है। अखिलेश ने कहा, “यह परेड जनता का विश्वास जीतने के लिए नहीं, बल्कि उसे डराने के लिए है, ताकि कम लोग वोट डालने आएं और भाजपा को चुनावी धांधली का फायदा मिले।”
ये जो युद्ध स्तरीय तैयारी है उसे चीन की सीमा समझने की भूल न करें, ये तो उप्र का कुंदरकी है जहाँ विधानसभा का उपचुनाव है।
दरअसल भाजपा राज में चुनाव को लेकर इतनी धांधली हो रही है कि उप्र की जनता का क़ानून-व्यवस्था से एतबार ही उठ गया है। इसीलिए जनता का विश्वास जीतने के लिए ‘दल-बल’… pic.twitter.com/JrCEoL2l9U
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 17, 2024
चुनाव आयोग से सख्त कदम उठाने की अपील:-
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग से अपील करते हुए लिखा, “चुनाव आयोग को इस साजिश को रोकना चाहिए। जनता इस बार सावधान है और अपने मोबाइल कैमरों के जरिए गड़बड़ी करने वालों को बेनकाब करेगी। ‘मतदान भी, सावधान भी’ का नारा अपनाते हुए लोग भाजपा की चुनावी धांधली को रोकने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।”
कुंदरकी में सीधा मुकाबला सपा और बीजेपी के बीच:-
कुंदरकी विधानसभा सीट पर समाजवादी पार्टी और भाजपा के बीच सीधा मुकाबला है। सपा ने हाजी मोहम्मद रिजवान को उम्मीदवार बनाया है, जबकि भाजपा ने रामवीर सिंह ठाकुर को मैदान में उतारा है। यह उपचुनाव संभल से सांसद जियाउर्रहमान बर्क के इस्तीफे के कारण हो रहा है।
20 नवंबर को होगा मतदान:-
कुंदरकी उपचुनाव का मतदान 20 नवंबर को होगा और नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। दोनों प्रमुख दलों के नेता अपने-अपने उम्मीदवारों के समर्थन में ताबड़तोड़ प्रचार कर रहे हैं। इस सीट पर दोनों पार्टियों के लिए जीत का बड़ा राजनीतिक महत्व है। यह देखना दिलचस्प होगा कि जनता सुरक्षा के सख्त इंतजामों और राजनीतिक दावों के बीच किसे अपना समर्थन देती है।