लखनऊ। जिला पंचायत सदस्य बागेश्वर द्विवेदी का गुरुवार की सुबह निधन हो गया, वो कई दिनों से कोरोना संक्रमण से मिलते-जुलते लक्षणो बुखार, जुकाम की चपेट में आ गये थे। जिसके बाद उन्होंने खुद को होम आईसोलेट कर लिया था और चिकित्सको की सलाह पर घर पर ही अपना इलाज कर रहे थे, लेकिन रविवार को अचानक हालत बिगड़ने लगी तो परिजनो ने उन्हे लखनऊ के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया था, डॉक्टरो ने उनकी कोरोना जांच भी की जिसकी रिपोट निगेटिव आयी थी और उनकी तबीयत में सुधार भी हो रहा था। लेकिन गुरूवार की सुबह अचानक तबीयत बहुत ज्यादा बिगड़ गई। जिसके बाद समाजसेवी बागेश्वर द्विवेदी का निधन हो गया। अचानक उनके निधन से परिजनों व मोहनलालगंज-निगोहा क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई।

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बिलख पड़े परिजन, क्षेत्र में मचा कोहराम
निजी अस्पताल में इलाज के दौरान निधन के बाद जब शव को एम्बुलेंस से निगोहा के मस्तीपुर‌‌ स्थित पैतृक गांव पहुंचा तो, परिजन बिलख पड़े और कोहराम मच गया। पैतृक आवास पहुंचकर आदित्य प्रकाश त्रिपाठी, सत्य प्रकाश द्विवेदी, सुरेन्द्र दीक्षित, अनिल त्रिपाठी, अशोक तिवारी, ललित शुक्ला, अमरेन्द्र भारद्वाज सहित क्षेत्र के तमाम प्रतिष्ठित लोगो ने नम आंखो से श्रद्वाजंली देकर उनके छोटे भाई नागेश्वर द्विवेदी सहित बेटे जय शंकर द्विवेदी को ढाढस बंधाया। यूपीसीएलडीएफ चेयरमैन वीरेन्द्र कुमार तिवारी, क्षेत्रीय विधायक अम्ब्रिश पुष्कर, पूर्व एम एलसी अरविंद त्रिपाठी गुड्डू सहित सभी दलो के नेताओ ने शोक सवेंदना व्यक्त कर श्री दिवेद्वी के निधन को ब्राहम्ण समाज की अपूर्णनीय क्षति बताया। रायबरेली के डलमऊ घाट पर छोटे बेटे विजय शंकर द्विवेदी ने पिता के शव को मुख्याग्नि देकर नम आंखो से अन्तिम संस्कार किया।

बागेश्वर द्विवेदी जयगुरूदेव संगत,उ०प्र० लखनऊ के प्रमुख व संरक्षक भी थे। बीते वर्ष कोरोना‌ काल में उनके नेतृत्व में राजधानी के सभी क्षेत्रो में संगत के कार्यकर्ताओ ने लाखो जरूरतमंदो को नि:शुल्क लंच पैकेट बांटे थे।https://gknewslive.com

 

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