UP By Election: उत्तर प्रदेश विधानसभा की 9 सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजों ने राज्य की राजनीति में हलचल मचा दी है। नतीजों के बाद बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सुप्रीमो मायावती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर गंभीर आरोप लगाए। मायावती ने चुनाव आयोग से फर्जी वोटिंग पर सख्त कदम उठाने की मांग की और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और कांग्रेस को जातिवादी पार्टियां बताया।
फर्जी वोटिंग का आरोप:-
मायावती ने कहा कि जब तक चुनाव आयोग फर्जी वोटिंग रोकने के लिए ठोस कदम नहीं उठाएगा, तब तक बसपा उपचुनाव नहीं लड़ेगी। उन्होंने ईवीएम के जरिए फर्जी वोटिंग का आरोप लगाया और इसे आम जनता के बीच चर्चा का विषय बताया। उन्होंने यह भी कहा कि उपचुनाव में कुछ दलित संगठनों ने वोट काटने का काम किया।
24-11-2024-BSP PRESS RELEASE-MAYAWATI JI PC pic.twitter.com/FiAAaPRlsA
— Mayawati (@Mayawati) November 24, 2024
संभल और मुरादाबाद में तनाव:-
उपचुनाव के बाद संभल और मुरादाबाद में हुई तनावपूर्ण स्थिति पर भी मायावती ने प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि, संभल में दोनों पक्षों के बीच संवाद स्थापित करने की जिम्मेदारी प्रशासन की थी। साथ ही, मायावती ने संभल के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की।
बसपा का प्रदर्शन और चुनौतियां:-
इस उपचुनाव में बसपा का प्रदर्शन बेहद खराब रहा। पार्टी न केवल सभी 9 सीटों पर हार गई, बल्कि दो सीटों पर तो बसपा का प्रदर्शन आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) से भी कमजोर रहा। बसपा सुप्रीमो ने उपचुनाव अकेले लड़ने का फैसला किया था, लेकिन परिणाम उम्मीदों के विपरीत रहे।
आगे की रणनीति पर सवाल:-
इन नतीजों के बाद बसपा की भविष्य की रणनीति पर सवाल खड़े हो गए हैं। मायावती का आरोप और उनकी मांगें पार्टी के अगले कदम की ओर इशारा कर रही हैं। अब यह देखना होगा कि बसपा अपनी स्थिति को सुधारने के लिए क्या रणनीति अपनाती है।