Lucknow: कांग्रेस पार्टी के विधानसभा घेराव के ऐलान के बाद लखनऊ में हलचल तेज हो गई है। कांग्रेस नेता बड़ी संख्या में लखनऊ पहुंच रहे हैं। इसी बीच, उन्हें रोकने के लिए प्रशासन ने कई जिलों में कांग्रेस नेताओं को नजरबंद कर दिया है और जगह-जगह बैरिकेडिंग की जा रही है। लखनऊ में कांग्रेस कार्यालय के बाहर रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) के जवान तैनात कर दिए गए हैं।
#WATCH उत्तर प्रदेश: लखनऊ में कांग्रेस कार्यालय के बाहर आरएएफ (रैपिड एक्शन फोर्स) के जवान तैनात किए गए। कांग्रेस पार्टी ने राज्य सरकार के खिलाफ विधानसभा पर प्रदर्शन का ऐलान किया है। pic.twitter.com/RyWUV48dCb
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 18, 2024
कांग्रेस नेताओं का विरोध और बैरिकेडिंग पर प्रतिक्रिया:-
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने आरोप लगाया कि सरकार ने नुकीली बैरिकेडिंग कराई है, जो कार्यकर्ताओं को गंभीर चोट पहुंचा सकती है। उन्होंने कहा, “यह पहली बार हो रहा है। ऐसा लगता है कि सरकार हमारे कार्यकर्ताओं को नुकसान पहुंचाना चाहती है।” गाजीपुर बॉर्डर पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को रोका जा रहा है, लेकिन इसके बावजूद वे विधानसभा पहुंचने का प्रयास करेंगे। पुलिस ने प्रदेश अध्यक्ष अजय राय समेत कई वरिष्ठ नेताओं को नोटिस भेजा है। नोटिस में कहा गया है कि विधानसभा सत्र के दौरान घेराव से कानून-व्यवस्था को खतरा हो सकता है, इसलिए धारा-163 के तहत निषेधाज्ञा लागू है। यदि शांति भंग करने का प्रयास हुआ तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
कांग्रेस का आरोप: “सरकार का दमनकारी रवैया”:-
अजय राय ने कहा कि भाजपा सरकार की नाकामी के कारण विधानसभा घेराव का कार्यक्रम तय किया गया है। हजारों कार्यकर्ता लखनऊ पहुंच चुके हैं और पुलिस प्रशासन के दमनकारी रवैये के बावजूद वे पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने योगी सरकार पर किसानों के आंदोलन की तर्ज पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए कांटों की बैरिकेडिंग लगाने का आरोप लगाया।
पुलिस की कार्रवाई:-
विधानसभा घेराव से पहले पुलिस ने कांग्रेस नेताओं और पदाधिकारियों के घरों पर छापेमारी शुरू कर दी है। कई नेता घर छोड़कर अन्य जगहों पर चले गए हैं। शहर कांग्रेस उत्तरी के निवर्तमान अध्यक्ष अमित श्रीवास्तव त्यागी और प्रदेश कांग्रेस के सचिव शैलेंद्र तिवारी के घरों पर पुलिस ने नोटिस चस्पा की है। प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता अंशू अवस्थी समेत कई अन्य नेताओं के घरों पर भी पुलिस ने छापेमारी की है। कांग्रेस पदाधिकारी प्रदेश मुख्यालय पर डटे हुए हैं और विधानसभा घेराव के अपने लक्ष्य से पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। कांग्रेस ने साफ किया है कि वे इन दमनकारी नीतियों और बैरिकेड्स को चुनौती देते हुए हर हाल में विधानसभा का घेराव करेंगे।