Politics: उत्तराखंड में शहरी स्थानीय निकाय चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस प्रदेश इकाई के उपाध्यक्ष मथुरा दत्त जोशी समेत कई वरिष्ठ नेता भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए। जोशी ने पार्टी हाईकमान द्वारा उनकी पत्नी को पिथौरागढ़ में महापौर (मेयर) पद के लिए टिकट नहीं दिए जाने के बाद नाराजगी जाहिर की थी। भाजपा में शामिल होने वाले अन्य प्रमुख नेताओं में कांग्रेस के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष बिट्टू कर्नाटक और दो बार जिला पंचायत अध्यक्ष रहे जगत सिंह खाती भी शामिल हैं।
पार्टी छोड़ने की वजह: कांग्रेस में सम्मान की कमी:-
भाजपा में शामिल होने के दौरान मथुरा दत्त जोशी ने कहा कि कांग्रेस में ईमानदार और मेहनती कार्यकर्ताओं की कद्र नहीं होती। उन्होंने कहा, “मैंने पूरी निष्ठा से कांग्रेस में काम किया, लेकिन पार्टी में समर्पित कार्यकर्ताओं का कोई सम्मान नहीं है। इसी वजह से मैंने भाजपा की सदस्यता ली है। अब मैं जीवनभर भाजपा के लिए पूरी निष्ठा से कार्य करूंगा।”
भाजपा का स्वागत और भरोसा:-
शनिवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने पार्टी कार्यालय में इन नेताओं का स्वागत किया और उन्हें भाजपा की सदस्यता दिलाई। मुख्यमंत्री धामी ने इन नेताओं को मेहनती और योग्य बताया और विश्वास जताया कि उनके अनुभव से भाजपा को आगामी निकाय चुनावों में फायदा मिलेगा। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी में अच्छे और योग्य लोगों की कोई कद्र नहीं होती।
निकाय चुनाव से पहले सियासी हलचल तेज:-
उत्तराखंड में शहरी स्थानीय निकाय चुनाव 23 जनवरी को होने वाले हैं। ऐसे में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का भाजपा में शामिल होना चुनावी गणित को प्रभावित कर सकता है। भाजपा में शामिल होने वाले अन्य प्रमुख नेताओं में कांग्रेस के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष बिट्टू कर्नाटक और दो बार जिला पंचायत अध्यक्ष रहे जगत सिंह खाती शामिल हैं। इन नेताओं ने भी कांग्रेस पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए भाजपा को अपना नया राजनीतिक मंच चुना। इस घटनाक्रम ने न केवल कांग्रेस की सियासी मुश्किलें बढ़ा दी हैं, बल्कि भाजपा को आगामी निकाय चुनावों में बढ़त दिलाने के संकेत दिए हैं।