UP: कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय ने प्रेसवार्ता में बताया कि, सात दिनों तक संगठन सृजन पर गहन चिंतन किया गया। इस प्रक्रिया का उद्देश्य पार्टी की हर इकाई को भविष्य की चुनौतियों के लिए मजबूत और तैयार करना है। पिछले दिनों कार्यकारिणियों को भंग करके, कामकाज का मूल्यांकन किया गया और नई परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए नए सिरे से संगठन का गठन किया जाएगा।
इस सात दिवसीय बैठक में कुल 6280 नेता शामिल हुए। बैठक दो चरणों में आयोजित की गई। इसमें 25 साल से संगठन से जुड़े और सक्रिय कार्यकर्ताओं के साथ विचार-विमर्श किया गया। एक ज्यूरी का गठन किया गया है जो नए सुझाव लेकर आएगी। पांच स्तरीय संगठन के निर्माण की प्रक्रिया समयबद्ध तरीके से पूरी की जाएगी। यह संरचना प्रदेश, मंडल, जिला, ब्लॉक और बूथ स्तर तक लागू होगी।
कांग्रेस की आगामी योजनाएं:-
अविनाश पांडेय ने बताया कि 2026 में कांग्रेस हर पंचायत पर स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ेगी और इसके लिए पहले से ही योजनाएं बनाई जा रही हैं। जिला स्तर पर समन्वय समितियों का गठन होगा, जिसमें शीर्ष से लेकर स्थानीय नेता शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के लिए संभावनाएं बढ़ रही हैं। इंडिया गठबंधन के तहत कांग्रेस ने सपा प्रत्याशियों को भी समर्थन देकर उनकी जीत सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने 17 सीटों पर चुनाव लड़ा और 6 सीटों पर जीत दर्ज की। उन्होंने कहा कि जनता का डबल इंजन सरकार से भरोसा उठ चुका है और अब लोग कांग्रेस का नेतृत्व चाहते हैं। 2026 के पंचायत और निकाय चुनावों के साथ 2027 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस पूरी मजबूती से उतरेगी। संगठन सृजन का कार्यक्रम इन प्रयासों में सहायक भूमिका निभाएगा।
प्रदेश अध्यक्ष अजय राय का बयान:-
इस अवसर पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि प्रयागराज को लेकर कई बड़े दावे किए जा रहे हैं। गंगा पुत्र निषाद समुदाय को वहां से हटाया जा रहा है, जिससे उनका जीवन प्रभावित हो रहा है। बनारस में भी ऐसा ही किया गया। गुजरात के बोट संचालकों को ठेका और काम दिया गया है, लेकिन कांग्रेस निषाद समुदाय के साथ खड़ी है। अजय राय ने कहा कि कुंभ में कांग्रेस का सेवादल शिविर लगाएगा और सभी कांग्रेस कार्यकर्ता डुबकी लगाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस किसी राजनीतिक एजेंडे को कुंभ से जोड़ने का समर्थन नहीं करेगी क्योंकि यह देश की सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर है। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के बैठक में शामिल न होने के सवाल पर उन्होंने बताया कि वह किसान आंदोलन को लेकर धरने पर बैठे हैं, इसलिए उपस्थित नहीं हो सके।