UP: संभल की जामा मस्जिद के पास स्थित एक कुएं की खुदाई का काम गुरुवार को पूरा कर लिया गया है। यह खुदाई नगर पालिका द्वारा करवाई गई है। जामा मस्जिद के पास की दुकानों के निकट स्थित इस पुराने कुएं को वर्षों पहले बंद कर दिया गया था। अब इसे फिर से खोदकर इसकी मरम्मत और सौंदर्यीकरण का काम किया जाएगा।
संभल कल्कि देवतीर्थ समिति का योगदान:-
संभल और आसपास के तीर्थस्थलों, कूपों और कुओं को संवारने के कार्य में संभल कल्कि देवतीर्थ समिति का भी सहयोग लिया जा रहा है। यह समिति प्राचीनकाल की परंपरा को ध्यान में रखते हुए इन संरचनाओं के संरक्षण और मरम्मत पर सुझाव देगी। इसके बाद नगर पालिका और ग्राम पंचायत द्वारा इनका विकास किया जाएगा। इस समिति के अध्यक्ष जिलाधिकारी (डीएम) हैं, जबकि सह-अध्यक्ष पुलिस अधीक्षक (एसपी) और अन्य प्रशासनिक अधिकारी हैं।
तीर्थ और कुएं चिह्नित करने का कार्य:-
डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने बताया कि अब तक 41 तीर्थस्थल और 19 कूपों की पहचान कर ली गई है। इन सभी का पुनरुद्धार समिति की निगरानी में किया जाएगा। इसके अतिरिक्त जिन पुराने कुओं को खोला गया है, उन्हें भी उनके प्राचीन स्वरूप में लौटाया जाएगा।
सरायतरीन का ऐतिहासिक कुआं:-
सरायतरीन के मोहल्ला दरबार में स्थित एक प्राचीन कुएं का निरीक्षण बुधवार को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की टीम ने किया। इसे जिले का सबसे बड़ा कुआं माना जा रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह कुआं टोंक के नवाब के समय का है, जब यहां दरबार लगता था। इस क्षेत्र में बने भवन भी यह संकेत देते हैं कि इस इलाके में किसी समय में राजा का निवास स्थान रहा होगा। डीएम ने कहा कि इस कुएं को भी उसके पुराने स्वरूप में बहाल किया जाएगा, ताकि इसका ऐतिहासिक महत्व संरक्षित रह सके।