कलयुग में घर छोड़कर जाने की जरूरत नहीं, गृहस्थ जीवन में रहकर होती है भगवान की प्राप्ति: सन्त उमाकान्त जी महाराज
धर्म कर्म: जीते जी प्रभु का दर्शन करने का मार्ग नामदान देने की एकमात्र अथॉरिटी, सीधा प्रैक्टिकल करवाने वाले, बदले में सिर्फ बुराइयां लेने वाले, इस समय के पूरे समरथ…