लखनऊ: बसपा प्रमुख मायावती ने मंगलवार को प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन में शिरकत कर अपने चुनावी अभियान की शुरुआत किया। सम्मेलन प्रदेश बसपा कार्यालय में 12 बजे से शुरू हुआ। इसमें बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा भी मौजूद रहे। वह जिलों में प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन कर रहे हैं। इसका पांचवां चरण शुरू हो रहा है। मायावती ने प्रबुद्ध सम्मेलन में ना केवल पार्टी के कामकाज के बारे में लोगों को बताया बल्कि आगे के कार्यक्रम भी साझा किए।
“दलितों पर पूरा भरोसा”
मायावती ने कहा कि पार्टी महासचिव सतीश चंद्र मिश्र ने ब्राह्मण समाज के लोगों को दलितों की तरह कभी भी गुमराह ना होने वाला और ना किसी के बहकावे में या प्रलोभन में ना आने वाले समाज बनाने का प्रयास किया है. अगर ऐसा संभव हुआ तो हमारी पार्टी की आगामी विधानसभा चुनाव में 2007 की तरह पूर्ण बहुमत से सरकार बनाने से कोई रोक नहीं सकता है. मायावती ने कहा कि मुझे दलित वर्ग पर हमेशा से ही गर्व रहा है. दलित वर्ग ने बिना गुमराह व बहकावे में ना आकर पार्टी के कठिन से कठिन दौर में भी बसपा का साथ नहीं छोड़ा है. ये लोग मजबूत चट्टान की तरह हमेशा अपनी पार्टी के साथ खड़े रहे.
“बीजेपी की सरकार बनवाकर पछता रहे ब्राह्मण”
मायावती ने कहा कि मैं उम्मीद करती हूं कि बसपा से जुड़े अन्य सभी वर्गों के लोग भी इनकी तरह अब आगे की तरह गुमराह नहीं होंगे और न किसी के बहकावे में आएंगे. इन्हें पता होना चाहिए कि पिछले कुछ सालों में सपा या बीजेपी सरकार में जातिवादी, संकीर्ण और पूंजीवादी सोच होने के कारण गरीब, मजदूरों, कर्मचारियों, किसानों, छोटे व्यापारियों के साथ-साथ दलितों पिछड़ों व प्रबुद्ध वर्ग में से ब्राह्मणों का उत्पीड़न हुआ है. इससे दुखी होकर ब्राह्मण समाज के लोग खुलकर कह रहे हैं कि सभी सरकारों की तुलना में बसपा का शासन सबसे अच्छा रहा है. लेकिन हमने बीजेपी के प्रलोभन और वादों के बहकावे में आकर इस बार इनकी पूर्ण बहुमत की सरकार बनाकर बड़ी गलती की है. जबकि बसपा सरकार ने ब्राह्मण समाज के लोगों की सुरक्षा, सम्मान व तरक्की के लिए हर स्तर पर कई ऐतिहासिक काम किए हैं. साथ ही इन पर कोई जुल्म नहीं होने दिया.