लखनऊ: ट्रांस यमुना कालोनी फेस दो में 25 सितंबर की रात को नर्स सरिता के घर पर धावा बोल दिया था। सरिता की बुजुर्ग मां अशर्फी देवी, चाची अंगूरी देवी व बेटे हनी को दबोच लिया था। मगर, अशर्फी देवी ने साहस दिखाते हुए बदमाश पर पलटवार कर दिया था। खुद को हनी के साथ कमरे में बंद कर लिया था। हनी के मां को फाेन करने पर बदमाश वहां से भाग गए थे।
पुलिस दस दिन बाद भी घटना का पर्दाफाश करने में नाकाम रही है। नर्स के अनुसार पकड़े गए संदिग्धों की शिनाख्त के लिए पुलिस कई बार उन्हें थाने पर बुला चुकी है। एक दिन पहले पुलिस संदिग्ध की शिनाख्त कराने के लिए नर्स के घर पर लेकर पहुंच गई। घटना के बाद से परिवार दहशत में है। उसे अपनी सुरक्षा की चिंता सता रही है। परिवार दिन और रात में मुख्य गेट पर ताला लगाकर रखता है। मामले में पुलिस का कहना है कि लूटपाट करने वालों का सुराग लगाने का प्रयास किया जा रहा है। घर में बदमाशों के आतंक का सामना करने वाले नर्स के परिवार के लोगों द्वारा बताए गए हुलिए के आधार पर पुलिस ने बदमाश का स्केच भी तैयार कराया था।