लखनऊ: उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर बसपा ने शनिवार को अपने चुनाव अभियान का आगाज कर दिया है। बसपा के पार्टी संस्थापक कांशीराम की याद में उनके परिनिर्वाण दिवस के अवसर पर रैली का आयोजन किया गया . इस दौरान राजधानी के कांशीराम स्मारक स्थल पर कार्यकर्ताओं का हुजूम जुटा. बसपा प्रमुख मायावती ने अपने मार्गदर्शक रहे कांशीराम को श्रद्धांजलि अर्पित की. साथ ही कांशीराम के विचारों को समर्थकों से साझा किए. उन्होंने योगी और दिल्ली की अरविंद केजरीवाल की सरकार पर जुबानी हमला कर कार्यकर्ताओं में संघर्ष के लिए जोश भरा. वहीं सर्वजन हिताय के मूल मंत्र से वर्ष 2022 विधानसभा चुनाव का शंखनाद किया. साथ ही अयोध्या-काशी-मथुरा जैसे अहम धर्मिक स्थलों के विकास का दावा कर पार्टी के ‘सॉफ्ट हिंदुत्व’ के ट्रैक पर चलने का भी संकेत दिया.
बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि भाजपा-सपा दोनों सरकारों में जनता पर अत्याचार हुआ है. ऐसे में जनता बसपा के शासनकाल को याद कर रही है. बसपा की सरकार बनना तय है. कार्यकर्ता विपक्षियों के षड्यंत्रों से सतर्क रहें. वह बसपा को सत्ता में आने से रोकने के लिए तमाम हथकंडे अपनाएंगे. उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले सर्वे करने वाली एजेंसी पर रोक लगे. उन्होंने समर्थकों से कहा कि सर्वे के झांसे में न आएं. मायावती ने कहा कि बीजेपी हिन्दू-मुस्लिम कर चुनाव जीतने की कोशिश करेगी. उन्होंने केंद्र सरकार और राज्य सरकार को किसान विरोधी बताया.
बसपा प्रमुख ने कहा कि आप नेता अब यूपी में लंबी चौड़ी बात कर रहे हैं. वहीं कोरोना काल में यूपी वालों को दिल्ली सरकार ने अपनी हालत पर छोड़ दिया था, उनकी कोई मदद नहीं की थी. उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल का यूपी की जनता को मुफ्त बिजली और रोजगार का दावा छलावा है. उन्होंने जनता से अपील की कि आम आदमी पार्टी के नेताओं के भ्रामक वादों में न फंसे. कोरोना काल में यूपी के लोगों के साथ दिल्ली सरकार का व्यवहार यहां के लोग भूले नहीं हैं.
आज बहुजन नायक मान्यवर श्री कांशीराम जी के 15वें परिनिर्वाण दिवस पर मा0 बहन सुश्री @Mayawati जी ने मान्यवर साहब को श्रद्धांजलि अर्पित कीं तथा देश व प्रदेश के कोने कोने से आये हुए लाखों लोगों को सम्बोधित किया। pic.twitter.com/iINblCafrI
— Satish Chandra Misra (@satishmisrabsp) October 9, 2021
गरीब, दलित, युवा और छात्रों पर फोकस
कांशीराम को श्रद्धांजलि के दरम्यान मायावती ने 2022 के विधानसभा चुनाव का एजेंडा भी साफ कर दिया है. उन्होंने बेरोजगारों को रोजगार, दलित, गरीबों, छात्रों के लिए कल्याणकारी योजनाएं शुरू करने का दावा किया. साथ ही गांवों के विकास के लिए अम्बेडकर, कांशीराम के नाम पर फिर से योजनाएं चलाने का दावा किया.बसपा का नहीं होगा घोषणा पत्र, क्षेत्र में निकलेंगी मायावतीमायावती ने कहा कि बसपा घोषणा पत्र में विश्वास नहीं रखती. वह सिर्फ काम करती है. मौजूदा सरकार कई योजना अपनी गिना रही हैं, जबकि वह योजनाएं और काम बसपा के वक्त के हैं. वहीं, मायावती ने 31 अक्टूबर से बूथ स्तर तक मजबूती से कार्यकर्ता की टीम खड़ी करने को कहा. इस मिशन की जमीनी हकीकत जानने के लिए खुद क्षेत्र पर निकलेंगी.
मायावती ने ओवैसी पर निशाना साधते हुए कहा ओवैसी मुस्लिमों के हितैषी नहीं हैं. वह चुनाव के वक्त राज्य में ढोंग रच रहे हैं, बाद में गायब हो जाएंगे. वह मुस्लिमों का भला नहीं कर सकते हैं. बसपा ही एक ऐसी पार्टी है जो मुस्लिमों के साथ-साथ समाज के सभी वर्ग को एक साथ लेकर चलती है, ऐसे में मुस्लिम समाज को भी ऐसे नेताओं से सतर्क रहने की जरूरत है.राज्य में कानून व्यवस्था ध्वस्तमायावती ने कानून व्यवस्था को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार को घेरा. उन्होंने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था ध्वस्त है. आम लोगों की हत्याएं की जा रही हैं, उन्हें न्याय नहीं मिल पा रहा है, ऐसे में लोग बसपा के शासनकाल को याद कर रहे हैं. बसपा उन्हें फिर विश्वास दिलाती है कि सरकार बनते ही राज्य में कड़ाई से कानून का पालन होगा, गुंडे- माफिया जेल में पहुंचेंगे और आम समाज भय मुक्त जीवन यापन करेगा.चुनाव में बीजेपी के हथकंडों से रहें सावधानमायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा तमाम हथकंडे अपनाएगी, इसमें वह हिंदू-मुस्लिम एजेंडा को भी भुनाने की कोशिश करेगी. वह बड़े पूंजीपतियों के जरिए धन का लालच भी देगी, तमाम तरीके से सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग करेगी. कार्यकर्ताओं को भाजपा की इन सभी चालों से सतर्क रहने की जरूरत है. उनको किसी प्रलोभन में नहीं आना है. कोरोना नियमों का हवाला देकर सरकार कार्यकर्ताओं को फंसाने का काम करेगी, इसका भी ध्यान रखना होगा.
इस पूरे कार्यक्रम में सतीश चंद्र मिश्रा सांसद राज्य सभा, भीम राजभर प्रदेश अध्यक्ष, डॉ. अशोक सिद्धार्थ सांसद राज्य सभा, मेवा लाल गौतम, आर. ए. मित्तल, दिनेश चंद्रा एमएलसी, शमसुद्दीन राइनी, नौशाद अली पूर्व एमएलसी, पूर्व मंत्री नकुल दुबे, पूर्व राज्य मंत्री इन्तजार आब्दी,नागेश्वर द्विवेद्वी सेक्टर संयोजक लखनऊ मंडल, राकेश गौतम, राजेंद्र गौतम, परेश मिश्रा, अरुण द्विवेदी, अखिलेश अंबेडकर जिलाअध्यक्ष, ललित तिवारी, युसूफ गाजी, बुद्धसेन आनंद, योगेंद्र गौतम सहित प्रदेश के समस्त पदाधिकारी व लाखों की संख्या में कार्यकर्त्ता मौजूद रहे.