लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने रविवार को राजस्थान के मंत्रिमंडल विस्तार में अनुसूचित जाति-जनजाति समुदाय के कुछ मंत्रियों को शामिल किये जाने पर कांग्रेस के खिलाफ तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे ‘‘केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के मंत्रिमंडल विस्तार की तरह’’ ही छलावा करार दिया है।
1.कांग्रेस द्वारा पार्टी के गिरते जनाधार को रोकने व राजनीतिक स्वार्थ हेतु पंजाब में विधानसभा आमचुनाव से ठीक पहले दलित को सीएम बनाना तथा अब राजस्थान में कुछ एससी/एसटी मंत्री बनाकर उसको भाजपा द्वारा केन्द्रीय मंत्रिमण्डल विस्तार की तरह इनके हितैषी होने का ढिंढोरा पीटना शुद्ध छलावा।
— Mayawati (@Mayawati) November 21, 2021
बसपा प्रमुख मायावती ने राजस्थान में 15 विधायकों के मंत्री पद की शपथ लेने के कुछ घंटों बाद ही ट्वीट कर कहा ”कांग्रेस द्वारा पार्टी के गिरते जनाधार को रोकने व राजनीतिक स्वार्थ हेतु पंजाब में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले दलित को सीएम बनाना तथा अब राजस्थान में कुछ एससी/एसटी मंत्री बनाकर उसको भाजपा द्वारा केन्द्रीय मंत्रिमण्डल विस्तार की तरह इनके हितैषी होने का ढिंढोरा पीटना शुद्ध छलावा है।”
उन्होंने कहा कि ”खासकर कांग्रेस पार्टी ने इनके मसीहा व संविधान निर्माता बाबा साहेब डा. भीमराव आम्बेडकर को आदर-सम्मान देना व भारतरत्न से सम्मानित करना तो दूर बल्कि हमेशा उनकी उपेक्षा व तिरस्कार किया है, तो फिर इन जैसी जातिवादी पार्टियां एससी/एसटी व ओबीसी की सच्ची हितैषी कभी कैसे हो सकती हैं?”