लखनऊ: यूपी में अगले साल 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सभी दल अपने राजनीतिक दांव पेंच खेल कर एक दूसरे के वोट काटने में लगे हैं. तीनों कृषि कानूनों को जहां केंद्र की बीजेपी ने वापस लेकर अपनी राजनीतिक घुसपैठ जनता के बीच मजबूत करने का प्रयास किया तो वहीँ सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज तीनों कृषि कानूनों की वापसी बिल पर कैबिनेट की मुहर लगते ही, कुछ देर बाद यह घोषणा कर दी है कि आंदोलन में शहीद हुए किसानों के परिवारों को 25 लाख रुपये की सहायता सपा कि सरकार बनने पर दी जाएगी. उन्होंने कहा कि किसान का जीवन अनमोल होता है क्योंकि वो ‘अन्य’ के जीवन के लिए ‘अन्न’ उगाता है. हम वचन देते हैं कि 2022 में समाजवादी पार्टी की सरकार आते ही किसान आंदोलन के शहीदों को 25 लाख की ‘किसान शहादत सम्मान राशि’ दी जाएगी.
भाजपा के झूठे काम की हर तस्वीर उधार है
फिर झूठा दावा करनेवालों की कैसे ‘सोच ईमानदार’ है। pic.twitter.com/vYBjZw7Lq0— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 25, 2021
सपा के टारगेट पर BJP सरकार
अखिलेश यादव लगातार बीजेपी सरकार को घेरने में लगे हैं. 19 नवंबर को भी सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा था कि अमीरों की भाजपा ने भूमिअधिग्रहण व काले कानूनों से गरीबों-किसानों को ठगना चाहा. कील लगाई, बाल खींचते कार्टून बनाए, जीप चढ़ाई लेकिन सपा की पूर्वांचल की विजय यात्रा के जन समर्थन से डरकर काले-कानून वापस ले ही लिए. भाजपा बताए सैकड़ों किसानों की मौत के दोषियों को सजा कब मिलेगी.