लखनऊ। करोना महामारी से कराहते अभिभावकों के हित में राज्य की योगी सरकार ने स्कूल शुल्क माफी की घोषणा की थी। तमाम विद्यालयों ने स्वैच्छा से शुल्क माफ किया था। हैरान करने वाली बात यह कि इलाके का एक निजी विद्यालय बेलगाम होकर छात्रों से जबरन शुल्क वसूल कर रहा है। शनिवार को एक अभिभावक ने जिलाधिकारी से शिकायत कर कार्यवाही की मांग की है। खास यह कि विद्यालय की कारगुजारियों से आश्चर्यचकित जिलाधिकारी ने कड़ी कार्यवाही का भरोसा दिया है।
मामला हिलौली ब्लाक के ग्राम मोतीखेड़ा का है। यहां संचालित सेंट मैरी स्कूल प्रबंधन सरेआम गुंडागर्दी पर उतर आया है। करोना काल मे जब सभी विद्यालय बन्द थे। पूरा देश लॉक डाउन में झेल रहा था। महामारी के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्कूलों की फीस माफ करने की घोषणा की थी। वहीं जनपद के तमाम स्कूलों ने भी स्वैच्छा से शुल्क माफी की घोषणा की थी। मगर सैंट मैरी के प्रिंसिपल/प्रबंधक द्वारा अभिभावकों से करोना काल का जबरन शुल्क लिया जा रहा है। शुल्क न देने पर बच्चों को स्कूल से बाहर कर देने की धमकी दी जा रही है। इस संदर्भ में जिलाधिकारी रवींद्र कुमार से शिकायत बाद प्रेस से बात करते हुए मौरावां नगर के पूर्व सभासद सरोज त्रिपाठी उर्फ टिंकू त्रिपाठी ने बताया कि उनकी दो लड़कियां वैदिका जो नर्सरी की छात्रा है 4380 रुपये व आद्या एलकेजी की छात्रा है 3280 रुपये अप्रैल, मई व जून 21 की फीस जबरन ली गई है। बतातें चलें कि बीते वर्ष इन्ही तीन माह सभी स्कूल बंद रहें हैं।
शिकायतकर्ता ने यह भी बताया कि प्रिंसिपल/प्रबंधक द्वारा बच्चो को लगातार परेशान किया जा रहा था। करोना काल की फीस जमा करने के लिए बराबर दबाव बनाया जा रहा है। बच्चियों का भविष्य बर्बाद न हो मजबूरन फीस जमा की। इस सम्बंध में जब हमने प्रिंसिपल रजत सिंह यादव से बात की, तो उन्होंने फीस जमा कराने से साफ इंकार कर दिया कहा कि मेरे यहाँ से कोई रसीद नहीं काटी गई है। शिकायत कर्ता के सभी आरोप निराधार हैं। https://gknewslive.com