लखनऊ। पूर्व विदेश मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता माधवसिंह सोलंकी का शनिवार सुबह गांधीनगर में निधन हो गया। वर्तमान में उनकी उम्र 93 वर्ष थी। सोलंकी की निधन की जानकारी कांग्रेस के नेताओं ने दी। बता दें सोलंकी गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री भी रह चुके थे। सोलंकी ने जून 1991 से मार्च 1992 के बीच विदेश मंत्री का प्रभार संभाला था। उन्होंने राज्य में कांग्रेस की जीत के लिए क्षत्रिय, हरिजन, आदिवासी और मुस्लिम (केएचएएम) जाति तथा समुदायों के गठबंधन का विचार रखा था। वह गुजरात से दो बार राज्य सभा के सदस्य भी रहे। नरेन्द्र मोदी के गुजरात का मुख्यमंत्री बनने से पहले सोलंकी सबसे लंबे समय तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे थे। सोलंकी के बेटे भरत सिंह सोलंकी भी पूर्व केन्द्रीय मंत्री हैं।
प्रधानमंत्री मंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री माधवसिंह सोलंकी के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि वह एक दुर्जेय नेता थे जिनकी राज्य की राजनीति में महत्त्वपूर्ण भूमिका रही।
पीएम मोदी ने सोलंकी के निधन पर ट्वीट कर कहा, “माधवसिंह सोलंकी जी एक दुर्जेय नेता थे, जिन्होंने दशकों तक गुजरात की राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। समाज के प्रति उनकी समृद्ध सेवा के लिए उन्हें याद किया जाएगा। उनके निधन से दुखी हूं। उनके पुत्र भरत सोलंकी जी से बात की और संवेदना व्यक्त की। ओम शांति”
Beyond politics, Shri Madhavsinh Solanki Ji enjoyed reading and was passionate about culture. Whenever I would meet him or speak to him, we would discuss books and he would tell me about a new book he recently read. I will always cherish the interactions we had.
— Narendra Modi (@narendramodi) January 9, 2021
उन्होंने आगे लिखा, “राजनीति से परे, श्री माधवसिंह सोलंकी जी को पढ़ने में आनंद आया और संस्कृति को लेकर उनमें जुनून था। जब भी मैं उनसे मिला या उनसे बात हुई। हम पुस्तकों के बारे में चर्चा करते और वे मुझे हाल ही में पढ़ी जाने वाली एक नई किताब के बारे में बताते थे। मैं हमेशा हमारे बीच हुई बातचीत को संजोता रहूंगा।”https://gknewslive.com