लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने 9 जनवरी किसानों व केंद्र सरकार के बीच अब-तक हुई वार्ता के बेनतीजा रहने पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि सरकार को नए कृषि कानूनों को वापस लेने की किसानों की माँग को स्वीकार करके इस समस्या का शीघ्र समाधान करना चाहिए।
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बसपा नेता से शनिवार को ट्वीट किया, ‘‘काफी समय से दिल्ली की सीमाओं पर आन्दोलन कर रहे किसानों व केन्द्र सरकार के बीच वार्ता कल एक बार फिर से नाकाम रही, जो अति-चिन्ता की बात है। केन्द्र से पुनः अनुरोध है कि नए कृषि कानूनों को वापस लेने की किसानों की माँग को स्वीकार करके इस समस्या का शीघ्र समाधान करे।
काफी समय से दिल्ली की सीमाओं पर आन्दोलन कर रहे किसानों व केन्द्र सरकार के बीच वार्ता कल एक बार फिर से नाकाम रही, जो अति-चिन्ता की बात है। केन्द्र से पुनः अनुरोध है कि नए कृषि कानूनों को वापस लेने की किसानों की माँग को स्वीकार करके इस समस्या का शीघ्र समाधान करे।
— Mayawati (@Mayawati) January 9, 2021
बता दें कि तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसान आंदोलन कर रहे हैं। पंजाब, हरियाणा और राजस्थान से आए हजारों किसान जबरदस्त प्रदर्शन कर रहे हैं। इधर यूपी में बसपा के अलावा सपा और कांग्रेस समेत कई प्रमुख राजनीतिक दलों ने किसानों के आंदोलन का समर्थन किया है। यहां भाकियू भी आंदोलन में शामिल है।