लखनऊ: उत्तर प्रदेश में अब महज कुछ ही महीने दूर चुनाव हैं। चुनाव से ठीक पहले समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के करीबीयों पर इनकम टेक्स की रेड ने एक बार फिर टाइमिंग को लेकर सवाल खड़ा कर दिया है। सपा के चीफ अखिलेश यादव ने इसकी टाइमिंग पर सवाल उठाए हैं तो बीजेपी इसे इनकम टेक्स की कार्रवाई बताकर पल्ला झाड़ने में जुटी हुई है। लेकिन एक बात साफ है कि यह पहला मौका नहीं है जब चुनाव के समय विपक्ष के नेताओं के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई हो रही है।
पहले भी ऐसे कई मौके आए जब चुनाव के समय कई राज्यों में प्रमुख नेताओं और उनके करीबियों के यहां जांच एजेंसियों की छापेमारी हो चुकी है। पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के करीबी माने जाने वाले समाजवादी पार्टी (सपा) के कुछ नेताओं पर आयकर छापों ने शनिवार को उत्तर प्रदेश (यूपी) में राजनीतिक माहौल को गर्म कर दिया, यादव, जो रायबरेली के दौरे पर हैं, ने कहा कि बीजेपी केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। आयकर विभाग की कई टीमों ने राज्य के मुख्य विपक्षी दल के नेताओं के कार्यालयों और आवासों पर छापा मारा, जिन्होंने चुनाव से ठीक पहले सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी की जबरदस्ती की रणनीति के रूप में उन्हें तुरंत खारिज कर दिया।