लखनऊ: संत उमाकान्त जी महाराज उज्जैन के आदेशानुसार बाबा जयगुरुदेव संगत उन्नाव द्वारा कस्बे के न्यू सिटी मॉर्डन स्कूल में शाकाहारी सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए रायबरेली से पधारे राम शंकर पाल ने कहा कि आज के समय मे समाज से संस्कारी शिक्षा विलुप्त हो रही है । लोग अपने कर्तव्यों को भूल गए है पिता का क्या कर्तव्य है, भाई क्या कर्तव्य है, माँ का क्या कर्तव्य है इन सभी का मूल कारण है लोगो का खान- पान खराब हो जाना। आज के दौड़ में लोगो ने शराब मांस का सेवन करना शुरू कर दिया जिससे चरित्र खराब हो गया । आज कल घरों में नई नई बीमारियां हो रही है । लोग परेशान है,जिसका मूल कारण है मांशाहार। आगे उन्होंने कहा कि शराब पापो की जननी है जिसके पीने से बुद्धि पशुवत हो जाती है ज्यादातर पाप शराब के नशे में होते है ,देश मे जिस दिन लोग शराब और मांस का सेवन करना बन्द कर देंगे उसी समय से पच्चास प्रतिशत अपराध खत्म हो जाएंगे। क्योंकि शाकाहारी भोजन से ही लोग चरित्र वान बनते हैं ।
सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहे समाजसेवी योगेन्द्र नाथ द्विवेदी ने संत उमाकांत जी महाराज द्वारा चलाये जा रहे इस अभियान की भूरि भूरि सराहना करते हुए जन मानस से शाकाहार अपनाने की अपील की। पुरवा नगर अध्यक्षा रेनु गुप्ता ने महिलाओं को प्रेरित करते हुये सभी से हाथ उठाकर शाकाहार अपनाने का संकल्प लिया। सम्मेलन में उपस्थित लोगों ने शाकाहारी रहने व दूसरों को भी शाकाहार अपनाने हेतु प्रेरित करने का संकल्प लिया। कार्यक्रम में उत्तम चंद्र लो धी,बाल शंकर त्रिपाठी,संकठा प्रसाद शुक्ला,नीलम रानी गुप्ता, ,गंगा सेवक, अरुण मिश्रा एडोकेट, विमल बाजपेयी, दिनेश पाण्डेय, लल्लन कुशवाहा, डॉक्टर जयनंदन शर्मा, जगदीश पटेल, दिनेश गुप्ता, भानु प्रताप, राम बहादुर लोधी, गोलू शुक्ला आदि लोग उपस्थिति हुए।