प्रयागराज| एक तरफ जहां देश कोरोना के भीषण तहिमाम से जूझ रहा है। वहीं प्रयागराज में कल मकरसंक्रांति के नाम पर कोविड प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ाई गई है। आस्था के इस त्यौहार ने कोरोना गाइडलाइंस का उलंघन करते हुए गंगा स्नान किया। तकरीबन 8 लाख लोगों ने संगम नगरी में गंगा स्नान क़िया। जिसके बाद कोरोना से 72 लोग संक्रमित हो गए।
बता दें यह माघ मेला 14 जनवरी से आरंभ हुआ है जो की 47 दिनों तक चलेगा। अनुमान लगाया जा रहा है इसके चलते प्रयागराज में कोरोना का भीषण तहिमाम देंखने को मिलेगा। लोगों ने आस्था के इस पर्व पर रोक लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है जिसपर सोमवार को सुनवाई होगी।
अगर नहीं स्थगित हुआ माघ मेला तो कोविड की क्या होगी स्थिति:-
अगर प्रयागराज में आयोजित माघ मेला स्थगित नहीं हुआ तो देश को कोरोना के भीषण तहिमाम से जूझना पड़ेगा। एक तरफ उत्तरप्रदेश में जारी चुनावी सरगर्मी और दूसरी तरफ प्रयागराज में आयोजित माघ मेला दोनो कोविड के संक्रमण को गति देने के लिए पर्याप्त है.
by: Priyanshi singh