लखनऊ। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने राहुल गाँधी ने ट्वीटर के सीईओ पराग अग्रवाल को एक पत्र लिखा है। जिसमे उन्होंने एक सरकारी अभियान पर प्लेटफॉर्म पर उनकी पहुंच को दबाने का आरोप लगाया गया है। उन्होंने कहा है कि भारत के तोड़ने वाले विचारों का मोहरा न बनें। क्योंकि भारत में अभिव्यक्ति की आजादी पर अंकुश लगाने में ट्विटर की ‘अनजाने में मिलीभगत’ रही है।
राहुल ने गाँधी अपनी चिट्ठी में लिखा है कि ट्विटर पर उनके अकाउंट में अब नए फॉलोअर्स के जुड़ने की गति में कमी आई है। राहुल गांधी के अनुसार अगस्त 2021 में उनके अकाउंट को कुछ दिनों के लिए ब्लॉक किए जाने के बाद उस पर फॉलोअर्स की संख्या का बढ़ना एक तरह से रूक गया है। मीडिया में आई रिपोर्ट्स के अनुसार राहुल ने ट्विटर के सीईओ पराग अग्रवाल को 27 दिसंबर को चिट्ठी लिखी थी। राहुल ने इसमें आरोप लगाया कि ये प्लेटफॉर्म संभवत: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दबाव में काम कर रहा है।