लखनऊ। कहते हैं कि इस दुनिया में मां शब्द का कोई मोल नहीं है। मां है तो ये जहां है, मां है तो बेटे के लिए कुछ भी असंभव नहीं। ऐसी ही एक दास्तां आज हम आपको बताएंगे। इस कहानी में मां के उस ताकत का आपको अहसास होगा, जिसके लिए उसे जाना जाता है। 20 साल से बेटे को विधायक बनाने के लिए मां ने तपस्या की। बेटे के लिए आज भी लगातार उपवास रख रही है। भाजपा विधायक संजय जायसवाल के विधायक बनने की कहानी बड़ी ही दिलचस्प है। इन दिनों उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के अलग-अलग रंग देखने को मिल रहे हैं। सूबे में इस वक्त चुनाव अब अपने पूरे शबाब पर है। बता दें मां ने अपने बेटे को विधायक बनाने के लिए एक-दो साल नहीं, बल्कि 20 सालों तक उपवास रखा और बेटे को विधायक बनाकर ही दम लिया।
दरअसल, बस्ती में बेटे के राजनीति में लगन और संघर्ष को देखकर मां का दिल पसीजा और फिर ईश्वर को साक्षी मानकर बेटे को विधायक बनाने के लिए अन्न का त्याग कर दिया और मन्नत मांगी कि जब तक बेटा विधायक नहीं बन जाता, वो अन्न का एक दाना भी ग्रहण नहीं करेंगी। उपवास का दौर चलता रहा और ईश्वर ने एक मां की पुकार सुन ली। संजय जायसवाल को रूधौली विधानसभा की जनता का साथ मिला और वो 2012 में विधायक बन गए। संजय जायसवाल रूधौली विधानसभा सीट से भाजपा की टिकट पर विधायक है। साल 2012 में संजय ने कांग्रेस से जीत दर्ज की थी. इससे पहले संजय 2002 से लगातार रूधौली विधानसभा में चुनाव लड़ रहे थे, मगर उन्हें सफलता 2012 में मिली।