लखनऊ: सूबे में चार चरण के मतदान हो चुके है. सभी राजनितिक पार्टियां विधानसभा चुनाव में सियासी दांव पेच खेल कर वोट बैंक साधने की कोशिश में लगी हुई है. इस वक्त समाजवादी पार्टी पूर्वांचल में BJP के मजबूत सामाजिक समीकरण को नुकसान पहुंचाने की पूरी कोशिश कर रही है. जबकि सत्तारूढ़ दल अपने जातिगत समीकरण को नुकसान पहुंचने से बचाने के पूरे प्रयास कर रहा है.
सपा और bjp के लिए बेहद जरुरी है शिवपुर सीट
शिवपुर सीट भाजपा और सपा दोनों के लिए महत्वपूर्ण है, जहां 2017 में 54,000 से अधिक मतों से जीतने वाले उत्तर प्रदेश के मंत्री एवं भाजपा उम्मीदवार अनिल राजभर के सामने सपा ने सुभासपा की ओर से ओम प्रकाश राजभर के बेटे अरविंद राजभर को खड़ा करके मुकाबले को दिलचस्प बना दिया है. संदहा गांव में सुभासपा और भाजपा दोनों दलों के झंडे कुछ राजभर परिवारों के घर के ऊपर लहरा रहा है. गांव के राम निवास राजभर कोरोना वायरस के दौरान उनके परिवार को मुफ्त राशन सुनिश्चित करने के लिए सत्तारूढ़ दल की सराहना करते हैं, तो उनके रिश्तेदार अरविंद राजभर क्षेत्रीय दल का जिक्र करते हुए‘बिरादरी के नेता’अरविंद का समर्थन कर रहे हैं. इस परिवार के एक सदस्य ने कहा, ‘हमारे मत हर जगह बंटे हुए है। कई भाजपा का समर्थन कर रहे हैं, लेकिन कौन सी जाति अपने नेताओं का समर्थन नहीं करती?’