लखनऊ: उत्तर प्रदेश के कद्दावर नेता और समाजवादी पार्टी के मुस्लिम चेहरे आजम खां अभी जेल से बाहर आए ही थे कि एकबार फिर उनकी मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। प्रवर्तन निदेशालय ( ED) ने अब जल निगम घोटाले में नया की दर्ज किया है। बताया जा रहा है कि ED ने एसआईटी की चार्जशीट के आधार पर यह नया केस दर्ज किया है। सूत्रों की मानें तो ऐसा माना जा रहा था कि राज्यसभा और एमएलसी के चुनाव में वह शिवपाल के बहाने अंदरखाने बीजेपी का साथ दे सकते हैं। लेकिन अखिलेश यादव ने आजम की हर डिमांड पूरी कर बीजेपी के मंसूबों पर पानी फेर दिया था।
ED ने शुरू की जल निगम भर्ती घोटाले की जांच
जल निगम भर्ती घोटाले की जांच शुरू करने के साथ ही निगम प्रशासन से कई जानकारियां मांगी है। ED द्वारा नए केस दर्ज होने से आजम की मुश्किलें बढ़ सकती है। प्रिवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत की दर्ज करने के बाद ED ने जांच शुरू कर दी है। जांच एजेंसी ने निगम प्रबंधन से भर्ती प्रक्रिया के दौरान जल निगम में प्रमुख पदों पर तैनात रहे अफसरों की जानकारी मांगी है। नगर विकास मंत्री के साथ जल निगम के अध्यक्ष भी थे आजम उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव की सरकार के दौरान आजम खान नगर विकास मंत्री हों के साथ ही जल निगमंके चेयरमैन भी थे। जब एसआईटी ne I में की जांच की थी तब आजम ने आज लिए अधिकारियों की जिम्मेदार ठहराया था और खुद को निर्दोष बताया था। हालाकि एसआईटी ने अपनी जांच में आजम और जल निगम के तत्कालीन प्रबंध निदेशक पीके अशुदानी को जिम्मेदार ठहराते हुए कोर्ट में अपनी चार्जशीट दाखिल की थी।