उत्तर प्रदेश : इस बार सावन और मोहर्रम एक साथ ही पड़ रहे हैं. जिसके चलते धार्मिक हिंसा होने ही आसंका बड़ गई है. ऐसे मे मोहर्रम को लेकर पुलिस महकमे ने कड़े इंतजाम किए हैं. अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि प्रदेश भर के लिए 152 कंपनी पीएसी, 11 कंपनी केंद्रीय अर्धसैनिक बल और बड़ी संख्या में पुलिस बल उपलब्ध कराया गया है.
लखनऊ कमिश्नरेट को विशेष रूप से 12 अपर पुलिस अधीक्षक, 34 पुलिस उपाधीक्षक, 40 निरीक्षक, 175 उप निरीक्षक, 10 महिला उप निरीक्षक, 600 मुख्य आरक्षी और 150 प्रशिक्षु आरक्षी उपलब्ध कराए गए हैं. जुलूसों के दौरान किसी भी तरह की हिंसा न हो इसके लिए सीसीटीवी और ड्रोन कैमरों से उन पर निगरानी की जाएगी.
इसके साथ ही जुलूस के मार्गों व कार्यक्रम स्थलों की सुरक्षा के लिए सघन जांच और तलाशी की व्यवस्था के लिए श्वान दल व एटीएस का बम निरोधक दस्ते की तैनाती की जाए. प्रशांत कुमार ने बताया कि इस बार मोहर्रम 31 जुलाई से 9 अगस्त तक मनाया जाएगा. मोहर्रम के आखरी चार दिन बेहद अहम होते है.
इन दिनों में विभिन्न स्थानों पर ताजिए रखे जाते हैं और ताजिया, अलम व ताबूत का जुलूस निकलता है. लेकिन इस बार सावन और मोहर्रम साथ-साथ होने के कारण संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस की ओर से व्यापक सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं.